अपने दांव में खुद उलझ गए प्रशांत किशोर या राहुल और तेजस्वी को उलझा दिया
अपने दांव में खुद उलझ गए प्रशांत किशोर या राहुल और तेजस्वी को उलझा दिया
Bihar Politics News:प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को छात्रों के आंदोलन का नेतृत्व का खुला प्रस्ताव दिया है. उन्होंने मीडिया कर्मियों से बातचीत में कहा कि अगर ये दोनों नेता छात्रों का नेतृत्व करें तो वह इससे पीछे हट जाएंगे. सियासी जानकार कहते हैं कि यह पीके का बड़ा सियासी दांव है. वहीं, इसे एक रणनीति भी है क्योंकि इस ऑफर को राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ठुकराते हैं तो छात्रों की नाराजगी झेलनी होगी, वहीं अगर स्वीकार करना होगा तो पीके के दांव में फंस जाना होगा.
हाइलाइट्स प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को दिया बड़ा ऑफर. बीपीएससी छात्रों के आंदोलन से जुड़ने और नेतृत्व करने का ऑफर. राहुल गांधी-तेजस्वी पर प्रशांत किशोर का सियासी दांव या रणनीति?
पटना. बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर अनसन कर रहे जन सुराज के प्रशांत किशोर उर्फ पीके ने बड़ा सियासी दांव चल दिया है. उन्होंने बीपीएससी परीक्षा समेत छात्रों के अलग-अलग मुद्दों पर आंदोलन को लेकर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को बड़ा ऑफर दे दिया है. प्रशांत किशोर ने अपनी रणनीति भी बदलते हुए दावा किया है कि अब सभी आंदोलनकारियों ने एक होने का फैसला ले लिया है. अब ‘युवा सत्याग्रह समिति’ के बैनर तले बीपीएससी परीक्षा रद्द करवाने की मांग के लिए आंदोलन होगा. उन्होंने यह भी बताया कि इसमें 51 सदस्य कमेटी गठित होगी और इसके लिए 42 लोग सदस्य चुन लिए गए हैं. अब यही लोग आंदोलन का नेतृत्व भी करेंगे. प्रशांत किशोर ने कहा कि अब बीपीएससी के मुद्दे पर ही नहीं युवाओं के हर मुद्दे पर आंदोलन किया जाएगा. वहीं, प्रशांत किशोर ने इसी बीच एक बड़ा दांव चलते हुए कहा कि आंदोलन का नेतृत्व अगर तेजस्वी यादव और राहुल गांधी जैसे नेता करने को तैयार हैं तो हम पीछे चलने को तैयार हैं.
प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर तेजस्वी यादव नेतृत्व करने को तैयार हैं और हमें आंदोलन से हटाने के लिए कहें, तब भी हम तैयार हो जाएंगे. प्रशांत किशोर के मुताबिक, अगर ये नेता (राहुल गांधी और तेजस्वी यादव) आते हैं तो हम उनके साथ हो जाएंगे. लीडरशिप उन्हीं की होगी और हम साथ रहेंगे. यह छात्रों के भविष्य का सवाल है. दरअसल, प्रशांत किशोर का यह ऑफर सियासी तौर पर बड़ा दांव कहा जा रहा है. बता दें कि प्रशांत किशोर के अनशन का तीसरा दिन है और प्रशासन उनसे पटना का गांधी मैदान खाली करने के लिए कह रहा है.
इस बीच प्रशांत किशोर के जारी अनशन के दौरान ही बीपीएससी ने बापू सभागार एग्जाम सेंटर की रद्द हुई परीक्षा की पुनर्परीक्षा करवाकर बड़ा संदेश दे दिया है. खास बात यह कि जिस तरह से अभ्यर्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया वह प्रशांत किशोर,, पप्पू यादव और तेजस्वी यादव जैसे नेताओं के लिए झटका कहा जा सकता है. दरअसल, इन लोगों की मांगों को दरकिनार करते हुए पिछली बार की तुलना में अधिक छात्रों ने परीक्षा में हिस्सा लिया.
बहहराल, जानकारों की नजर में प्रशांत किशोर के ‘युवा सत्याग्रह समिति’ बनाने और राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को साथ आने का ऑफर देना, यह उनकी रणनीति और सियासी दांव का हिस्सा हो सकता है. हो सकता है कि वह सेफ गेम खेलकर आंदोलन से बाहर निकलने का रास्ता भी ढूंढ रहे हों क्योंकि बीपीएससी छात्रों का उतना साथ नहीं मिल पा रहा जितना उनकी अपेक्षा थी. वहीं, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का नाम लेकर उन्होंने बड़ा दांव तो चल दिया है. अब देखना दिलचस्प होगा कि प्रशांत किशोर के इस ऑफर पर इन दोनों ही नेताओं का क्या रुख रहता है.
Tags: Bihar politics, BPSC exam, Prashant KishorFIRST PUBLISHED : January 5, 2025, 13:35 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed