उस काली रात को नहीं भूल पाए लोग शंकर बिगहा कांड के बिहारी समाज पर गहरे निशान!

Shankar Bigha Massacre: 25 जनवरी 1999 की एक भयावह रात जब बिहार के शंकर बिगहा गांव में खून की होली खेली गई थी. रणवीर सेना के हथियारबंद दस्ते ने 23 दलितों को मौत के घाट उतार दिया था. यह नरसंहार न केवल एक क्रूर हत्या की दास्तान है, बल्कि बिहार के जटिल जातीय संघर्ष का वह दर्दनाक अध्याय भी है. इस हत्याकांड ने समाज को झकझोर कर रख दिया था. क्या थी इस नरसंहार की जड़ें? कैसे इसने बिहार की सियासत और समाज को बदल दिया? और क्यों आज भी इसकी गूंज बिहार के गांवों में सुनाई देती है? आइए, इस भयावह घटना को गहराई से समझते हैं.

उस काली रात को नहीं भूल पाए लोग शंकर बिगहा कांड के बिहारी समाज पर गहरे निशान!