JDU-BJP के सफर में कांटे हैं तो फूल भीकुछ मुद्दों पर साथ तो कुछ पर विरोध
JDU-BJP के सफर में कांटे हैं तो फूल भीकुछ मुद्दों पर साथ तो कुछ पर विरोध
JDU-BJP News: यह कोई पहला मौका नहीं है जब जदयू के एनडीए में रहने के बावजूद बीजेपी के कई मुद्दों पर असहमति जता चुका है. इससे पहले भी कई ऐसे मुद्दे भी रहे हैं जब जेडीयू अपनी आवाज उठाता रहा है. वहीं कई बार बीजेपी के विरोध में रहने के बावजूद कुछ मुद्दों पर सहमति जताकर विरोधी दलों को भी हैरान कर दिया है.
पटना. लोकसभा चुनाव परिणाम ने देश की सियासत के साथ साथ बिहार में भी जदयू की अहमियत बढ़ा दी है. जदयू भी इस बात को भली भांति समझता है और इसका इशारा भी पार्टी की ओर से मिलने लगा है. केंद्र में बीजेपी को समर्थन देने के साथ-साथ कुछ मुद्दों पर असहमति भरे स्वर दिखा बीजेपी की चिंता बढ़ाने की शुरुआत कर दी है. जदयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने एक बयान में अग्निवीर योजना को लेकर कुछ सवाल उठाए, उसने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी. बता दें कि इंडिया गठबंधन पूरे चुनाव में अग्निवीर योजना को खत्म करने की मांग को आगे कर चुनाव लड़ा था.
दरअसल, ये कोई पहला मौका नहीं है जब जदयू के एनडीए में रहने के बावजूद बीजेपी के कई मुद्दों पर असहमति जता चुका है. इससे पहले भी कई ऐसे मुद्दे भी रहे हैं जब जेडीयू अपनी आवाज उठाता रहा है. वहीं कई बार बीजेपी के विरोध में रहने के बावजूद कुछ मुद्दों पर सहमति जताकर विरोधी दलों को भी हैरान कर दिया है. आइये जानते हैं कि कौन-कौन से ऐसे मुद्दे हैं जिसपर जेडीयू और बीजेपी बीच सहमति और असहमति रही है.
अग्निवीर योजना: इस योजना को लेकर तमाम विरोधी दलों ने विरोध दर्ज कराते हुए बंद करने की मांग पर चुनाव लड़ा. अब जब लोकसभा के चुनाव परिणाम आ चुके हैं तो विपक्ष को अच्छी सफलता मिली है. ऐसे में कहा जा रहा है कि जमीन पर इस योजना को लेकर काफी विरोध रहा है और इसी कारण बीजेपी का प्रदर्शन पहले से खराब हुआ है. अब इस मुद्दे को जदयू उठा रहा है. केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के पहले ही इशारों में अग्निवीर योजना को लेकर कुछ सवाल खड़े किए हैं, जो बीजेपी की चिंता बढ़ा सकती है. हालांकि, जदयू का अग्निवीर योजना को लेकर पूर्व से ही असहमति रही है.
जातिगत जनगणना: जातिगत जनगणना को लेकर भी बीजेपी और जेडीयू में असहमति के स्वर रहे हैं. एक तरफ जदयू पूरे देश में जातिगत जनगणना कराने की मांग कर रहा है, तो वहीं प्रधानमंत्री कई बार कह चुके हैं कि देश में जातिगत जनगणना की जरूरत नहीं है. देश में सिर्फ जाति की बात करते रहे हैं.
समान नागरिक कानून यानी UCC: समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) यानी सीएए (CAA) बीजेपी लगातार देश में लागू करने की मांग करती रही है. वहीं, जदयू इस मुद्दे पर आम सहमति की बात पर जोर देता रहा है. यहां तक कि नीतीश कुमार ने विधि विभाग को पत्र भी लिखा था और कहा था कि हम इसके विरोधी नहीं हैं, लेकिन इस पर आम सहमति बननी चाहिए.
जनसंख्या नियंत्रण कानून: बीजेपी पूरे देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करने की बात कहती रही है, लेकिन जदयू जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करने का विरोध करता रहा है. नीतीश कुमार भी कह चुके हैं कि कानून से बेहतर लोगों को जागरूक करने के साथ साथ महिलाओं को जागरूक और शिक्षित करने की जरूरत है. जदयू अपनी सोच के अनुसार जनसंख्या की बढ़ोतरी को रोकने की बात कहता है और कानून बनाने का विरोध करता है.
विशेष राज्य का दर्जा: नीतीश कुमार लगातार केंद्र की सरकार से बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मंग करते रहे हैं. इस बार सरकार में अपनी अहमियत को देखते हुए ये मांग और तेज हो सकती है. लेकिन, बीजेपी की सरकार लगातार इस मांग से कन्नी काटती रही है. नियमों का हवाला देकर मामले को टाल देती है. लेकिन, इस बार ये मुद्दा और तेज उठ सकता है.
वहीं, ऐसा नहीं है कि जदयू और बीजेपी में ज्यादा अहम मुद्दों पर असहमति है, बल्कि कई बार ऐसे मुद्दे हैं जिस पर बीजेपी के साथ जदयू मजबूती से खड़ी दिखी. जब नोटबंदी हुई थी तब जदयू ने पुरजोर तरीके से इसका समर्थन किया था. सीएए कानून को लेकर भी जदयू ने बीजेपी सरकार का समर्थन किया है. अनुच्छेद 370 पर भी जदयू ने बीजेपी का साथ दिया था, जब विरोधी दल के कई पार्टियों ने इसका विरोध किया था.
वहीं, एक समय ऐसा भी आया था जब राष्ट्रपति का चुनाव हुआ था और जदयू, बीजेपी के विरोध में रहते हुए भी एनडीए उम्मीदवार का समर्थन किया था. तब प्रणब मुखर्जी उम्मीदवार थे. कुछ ऐसे मुद्दे भी रहे हैं जब सदन से जदयू के सांसद बाहर चले गए हैं और न्यूट्रल रह गए हैं. ऐसा तीन तलाक का मुद्दा था जिसपर जदयू ने बहिष्कार किया था. वहीं, वन नेशन वन इलेक्शन के मुद्दे पर जदयू, भाजपा की सोच के साथ खड़ा दिख रहा है.
Tags: Bihar NDA, Bihar News, CM Nitish Kumar, Pm narendra modiFIRST PUBLISHED : June 7, 2024, 15:55 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed