बेटे को पाने की जंग में अतुल सुभाष हार गए कहां है वो आखिरी निशानी

बिहार के होनहार इंजीनियर अतुल सौरभ की बेंगलुरु में मौत के बाद अब उसकी आखिरी निशानी को लेकर दोनों परिवार आमने-सामने आ सकते हैं. अतुल सौरभ के पिता पवन मोदी ने अपने बेटे की आखिरी निशानी को लेकर बड़ी बात कही है. पढ़ें यह रिपोर्ट...

बेटे को पाने की जंग में अतुल सुभाष हार गए कहां है वो आखिरी निशानी
समस्तीपुर. अतुल सुभाष की मौत ने पूरे देश को झकझोर दिया है. दो दिन पहले ही इंजीनियर अतुल सुभाष ने अपनी पत्नी और ससुरालवालों की प्रताड़ना से तंग आकर बेंगलुरु में सुसाइड कर लिया था. गुरुवार को अतुल सुभाष की अंत्येष्टि के बाद उनका अस्थि कलश समस्तीपुर पहुंच गया है. समस्तीपुर के पूसा रोड स्थित अतुल के घर में अब भी आने-जाने वालों का जमावड़ा लगा हुआ है. परिवार में मातम पसरा हुआ है, लेकिन दादा को इस बात की उम्मीद है कि उसकी आखिरी निशानी इस धरती पर है. पिता पवन मोदी का रो-रो कर बुरा हाल है. रोते हुए कहते हैं, ‘घटना के दिन भी घंटेभर बेटे से बात की थी. लेकिन, मुझे तनिक भी आभास नहीं हुआ कि वह इतना बड़ा कदम उठाने जा रहा है. हे भगवान अब उसकी आखिरी निशानी से मिला दो.’ अतुल सौरभ के पिता मीडिया के साथ बातचीत में कहते हैं, ‘मैं बीपी का मरीज हूं. इस कारण बेटे ने अपनी परेशानी कभी नहीं बताई. अब मेरे मरने से पहले इस बात का इंतजार रहेगा कि मेरे बेटे को न्याय कब मिलेगा. मेरे बेटे को सिस्टम ने मार दिया. मेरे बेटे ने न्यायिक व्यवस्था में सुधार के लिए जान दे दी. मेरा बेटा भगत सिंह की तरह सिस्टम से लड़ता-लड़ता शहीद हो गया. मेरे बेटे से बहू बर्तन-पोछा के आलावा खाना भी बनवाती थी. मरने से पहले उसने अमेरिका तक यहां की कानून व्यवस्था में खामियों के बारे में राय ली थी. आज अगर किसी लड़की ने फांसी लगाई होती तो लड़के पक्ष को पुलिस जेल में डाल चुकी होती. अब तो बेटे की आखिरी निशानी अपने पोते के लिए लड़ाई लड़ेंगे.’ अतुल सुभाष की आखिरी निशानी कहां? बता दें कि अतुल सुभाष और निकिता सिंघानिया का एक चार साल का बेटा भी है. अतुल सुभाष ने अपने सुसाइड नोट और वीडियो में बेटे से नहीं मिलने की बात कही थी. अब अतुल सुभाष के पिता ने भी पोते यानी अतुल सुभाष के चार साल के बेटे को आखिरी निशानी बताया है. अतुल सुभाष ने कहा है कि अब बेटा तो नहीं रहा, लेकिन उसकी आखिरी याद के तौर पर उसके बेटे के साथ अपना आखिरी समय गुजारना चाहते हैं. 4 साल के पोते से मिलने की तमन्ना हालांकि, यह इतना आसान नहीं होने वाला है. क्योंकि, अतुल सुभाष का बेटा अभी चार साल का ही है. ऐसे में कोर्ट शायद ही अतुल के पिता को उसकी कस्टडी सौंपे. लेकिन, इतना तय है कि कोर्ट जरूर कहेगा कि अतुल के परिवार वालों को उसके बेटे से फोन पर बातचीत या एक निश्चित समय पर मिलने दिया जाए. इस बीच इस कांड में पुलिस ने बड़ा एक्‍शन लिया है. अतुल की पत्‍नी निकिता सिंघानि‍या के परिवार पर पुलिस की तरफ से पहला बड़ा एक्‍शन लिया गया है. अतुल सुभाष की सास और साले को गिरफ्तार कर लिया गया है. हालांकि, अतुल की पत्‍नी निकिता सिंघानि‍या अभी भी फरार है. अतुल और निकिता सिंघानिया के चार साल के बेटे की भी अभी तक कोई खोज खबर नहीं है. ऐसे में आने वाले दिनों में यह मामला कानूनी पेंच में भी उलझ सकता है. क्योंकि, अगर निकिता सिंघानिया गिरफ्तार होती है तो इस दौरान उसके चार साल के बेटे को किसकी कस्टडी में सौंपा जाएगा? Tags: Bihar News, Jaunpur news, National News, Samastipur newsFIRST PUBLISHED : December 13, 2024, 18:37 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed