IS आतंकियों के निशाने पर थी BJP-RSS करने वाले थे फिदायीन हमला- ATS का खुलासा

गुजरात एटीएस के अनुसार, ये आतंकी प्रोटॉन ऐप के जरिये पाकिस्तान में बैठे अपने आका और आईएसआईएस ऑपरेटिव अबू बक्र के संपर्क में थे. एटीएस के मुताबिक, उसने उन्हें गुजरात में फिदायीन हमले का काम सौंपा था. इन लोगों को इस हमले को अंजाम देने के लिए श्रीलंकाई करेंसी में चार लाख रुपये दिए गए थे. हालांकि अपने मकसद पर आगे बढ़ने से पहले ही वे सभी पकड़ लिए गए.

IS आतंकियों के निशाने पर थी BJP-RSS करने वाले थे फिदायीन हमला- ATS का खुलासा
अहमदाबाद एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किए गए इस्लामिक स्टेट के चार संदिग्ध आतंकवादी बड़ी वारदात को अंजाम देने के मकसद से गुजरात आए थे. गुजरात एटीसी से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इन आतंकियों को बीजेपी और आरएसएस के कुछ हिंदू नेताओं को निशाना बनाने का काम सौंपा गया था. इन संदिग्ध आतंकियों की पहचान मोहम्मद नुसरत, मोहम्मद नफ़रान, मोहम्मद फ़ारिस और मोहम्मद रासदीन के रूप में हुई. ये सभी श्रीलंकाई नागरिक हैं, जो 19 अक्टूबर को कोलंबो से चेन्नई होते हुए अहमदाबाद पहुंचे थे, जहां गुजरात एटीएस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. गुजरात एटीएस के अनुसार, ये आतंकी प्रोटॉन ऐप के जरिये पाकिस्तान में बैठे अपने आका और आईएसआईएस ऑपरेटिव अबू बक्र के संपर्क में थे. एटीएस के मुताबिक, उसने उन्हें गुजरात में फिदायीन हमले का काम सौंपा था. इन लोगों को इस हमले को अंजाम देने के लिए श्रीलंकाई करेंसी में चार लाख रुपये दिए गए थे. हालांकि अपने मकसद पर आगे बढ़ने से पहले ही वे सभी पकड़ लिए गए. गुजरात के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) विकास सहाय ने कहा कि ये लोग आईएस के आदेश पर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए भारत आए थे. उन्होंने कहा कि एटीएस की टीम ने आरोपियों के पास मिले मोबाइल फोन की छानबीन की. वहां मिली जानकारी और तस्वीरों के आधार पर पुलिस ने पाकिस्तान में बनी तीन पिस्तौल और 20 कारतूस बरामद किए हैं. उन्होंने बताया कि यह पिस्तौलें और कारतूस शहर के नाना चिलोडा इलाके में लावारिस पड़ी हुई थी. सहाय के मुताबिक, इन लोगों ने बताया कि वे पहले श्रीलंका के प्रतिबंधित कट्टरपंथी आतंकवादी संगठन, नेशनल तौहीद जमात (एनजेटी) से जुड़े थे और अपने पाकिस्तानी आका अबू बक्र अल बगदादी के संपर्क में आने के बाद आईएस में शामिल हो गए. उन्होंने बताया कि आरोपियों के पास से बरामद मोबाइल फोन में आईएस के साथ उनके जुड़ाव को दिखाने वाली तस्वीरें और दस्तावेज थे. वहीं उनके बैग से आईएस का झंडा भी बरामद किया गया है. उन्होंने बताया कि इन लोगों को हुक्म दिया गया था कि वे इन झंडों को हमला करने के बाद उसी जगह पर छोड़ दें. सहाय ने बताया कि इन आतंकियों पर गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA), भारतीय दंड संहिता और शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है तथा विस्तृत जांच चल रही है. Tags: ATS, ISISFIRST PUBLISHED : May 21, 2024, 14:24 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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