बकरी पालन ने बदली किसान की किस्मत आज हो रही तिगुनी कमाई यह है अच्छी नस्ल

महावीर पाल बताते हैं कि वे खेती के साथ बकरी पालन का काम करते हैं. बकरी पालन उनका पार्ट टाइम जॉब है. यहां के ग्रामीण सुबह बकरियों को लेकर खाली पड़ी भूमि पर घास और पेड़-पत्ते खिलाते हैं.

बकरी पालन ने बदली किसान की किस्मत आज हो रही तिगुनी कमाई यह है अच्छी नस्ल
फर्रुखाबाद: बदलते दौर में कारोबार करने के लिए न केवल कड़ी मेहनत और लाखों रुपए की जरूरत होती है, बल्कि पुश्तैनी कार्य को भी आगे बढ़ाकर अच्छा मुनाफा अर्जित किया जा सकता है. उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद के बीबीपुर निवासी महावीर पाल ने इसी का उदाहरण पेश किया है. महावीर बताते हैं कि उनके परिवार में बकरी पालन का कार्य पिछले पांच पीढ़ियों से होता आ रहा है. शुरुआत में उनके पास 20 बकरियां थीं, लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 100 हो गई है, जिससे वे अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. कमालगंज विकासखंड क्षेत्र के बीबीपुर गांव में पशुपालन एक प्रमुख व्यवसाय है. यहां के लोग जिलेभर में अच्छी किस्म की बकरियों के कारोबार के लिए जाने जाते हैं. महावीर पाल इस समय 100 बकरियों का पालन कर रहे हैं. प्रतिदिन उनके यहां दूध की बिक्री होती है, जिससे उनकी आय दोगुनी हो गई है. बकरियों से मिलने वाले जैविक उर्वरक और बच्चों की बिक्री से भी वे अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं. यहां के ग्रामीण बकरी पालन से महीने में 60 से 70 हजार रुपये का मुनाफा कमा रहे हैं और साथ ही खेती भी कर रहे हैं. बकरी पालन के लिए प्रेरित कर रहे महावीर पाल महावीर पाल बताते हैं कि वे खेती के साथ बकरी पालन का काम करते हैं. बकरी पालन उनका पार्ट टाइम जॉब है. यहां के ग्रामीण सुबह बकरियों को लेकर खाली पड़ी भूमि पर घास और पेड़-पत्ते खिलाते हैं. इसमें प्रतिदिन 6 से 7 घंटे का समय देते हैं और मुनाफा भी बेहतर होता है. महावीर का कहना है कि गरीब आदमी के लिए बकरी पालन बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है, क्योंकि यह व्यवसाय कम पैसे में शुरू किया जा सकता है. साथ ही बकरियों की बिक्री से भी अच्छा मुनाफा होता है. इस समय अजमेरी जैसी नस्लों से अधिक कमाई हो रही है. ग्रामीणों के लिए फायदे का सौदा बकरी पालन से मिलने वाली जैविक उर्वरक 10 से 12 रुपये प्रति किलो बिकती है. रोज 300 से 400 रुपये इससे भी कमाई होती है. महावीर पाल अभी 100 बकरियों का पालन कर रहे हैं. बकरी का बच्चा आसानी से 2 से 3 हजार रुपये में बिक जाता है. इसके अलावा, बकरी के दूध की भी अत्यधिक मांग है. महावीर पाल बकरी पालन से अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं. सुबह होते ही आसपास के क्षेत्र से लोग बकरी का दूध खरीदने के लिए उनके पास पहुंच जाते हैं, जिससे दूध की बिक्री हाथों-हाथ हो जाती है. इस समय बकरी का दूध, जैविक खाद और बच्चों की बिक्री से वे तिगुनी कमाई कर रहे हैं. Tags: Farmer story, Local18FIRST PUBLISHED : July 30, 2024, 11:58 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed