असम में भीषण बाढ़ के बाद हालात में सुधार अब भी 15 जिलों के 506 गांव में 624 लाख लोग प्रभावित

Assam Flood: असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार हुआ है. बाढ़ से किसी की मौत का नया मामला सामने नहीं आया. हालांकि 15 जिलों के 27 राजस्व मंडलों के कुल 506 गांव अभी भी बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं. सर्वाधिक प्रभावित जिलों में कछार है, जहां 4,28,827 लोग अब भी बाढ़ के कारण प्रभावित हैं, जबकि मोरीगांव में 1,43,422 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं.

असम में भीषण बाढ़ के बाद हालात में सुधार अब भी 15 जिलों के 506 गांव में 624 लाख लोग प्रभावित
गुवाहाटी: असम में बाढ़ की स्थिति में शनिवार को काफी सुधार हुआ. राज्य में सभी नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं. बाढ़ से किसी की मौत का नया मामला सामने नहीं आया. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार अब भी 6,27,874 लोग बाढ़ के कारण प्रभावित हैं. शुक्रवार को यह संख्या 8,88,177 थी. इस साल राज्य में बाढ़ और भूस्खलन से अब तक 190 लोगों की मौत हो चुकी है. 15 जिलों के 27 राजस्व मंडलों के कुल 506 गांव अभी भी बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं. सर्वाधिक प्रभावित जिलों में कछार है, जहां 4,28,827 लोग अब भी बाढ़ के कारण प्रभावित हैं, जबकि मोरीगांव में 1,43,422 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. राज्य भर में 50,000 से अधिक लोग 130 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं. कुल 8,912.87 हेक्टेयर फसल क्षेत्र अभी भी जलमग्न है, जबकि 1,07,559 पशु प्रभावित हुए हैं. उदलगुरी में एक तटबंध टूट गया, जबकि 47 सड़कें और 74 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि हाल ही में आई भीषण बाढ़ के कारण राज्य में 30,000 से 40,000 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. सरमा ने बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई कोष (एनडीआरएफ) से आर्थिक मदद मांगी है. एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री को बताया कि बाढ़ से लगभग 30,000 से 40,000 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. सरमा ने शाह से बाढ़ प्रभावित उन लोगों के पुनर्वास के लिए राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई कोष (एनडीआरएफ) से अग्रिम राशि जारी करने का अनुरोध किया, जिनके घर गंभीर रूप से या पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. सरमा ने संवाददाताओं से कहा कि चूंकि केंद्रीय टीम की ओर से बाढ़ को ‘‘गंभीर’’ घोषित किया गया है, इसलिए उन्होंने एनडीआरएफ से अग्रिम राहत की मांग की है ताकि बाढ़ के कारण गंभीर रूप से प्रभावित लोगों की मदद की जा सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि गृह मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय एनडीआरएफ से तत्काल अग्रिम राशि जारी करने के उनके अनुरोध पर सक्रियता से विचार करेगा. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Assam Flood, Himanta biswa sarmaFIRST PUBLISHED : July 09, 2022, 23:59 IST