जून महीने के आखिरी चार-पांच दिन नीतीश कुमार की विश्वसनीयता के परीक्षण के होंगे. यह अवधि 26 से लेकर 30 जून के बीच की होगी. इसी बीच यह पता चल जाएगा कि बार-बार पीएम नरेंद्र मोदी के पांव छूने की बिहार के सीएम और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की कोशिश क्या वाकई उनका मानसिक पश्चाताप थी या फिर इसके पीछे उनकी कोई कूटनीति काम कर रही है.