छपरा जहरीली शराब कांड: सारण जिले में एक साल में 50 से अधिक मौत! शराबबंदी पर उठ रहे सवाल

Chhapra Poisonous Liquor Scandal : सारण जिले के मकेर और भेल्दी के जहरीली शराब कांड में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है. 12 महीने के आंकड़ों की बात करें तो अब तक लगभग 50 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि, प्रशासन की ओर से इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की जा रही है. मगर परिजन सरकार से लगातार सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर बिहार में शराबबंदी सफल क्यों नहीं है?

छपरा जहरीली शराब कांड: सारण जिले में एक साल में 50 से अधिक मौत! शराबबंदी पर उठ रहे सवाल
छपरा. बिहार में पूर्ण शराबबंदी है, लेकिन इसके बावजूद शराब से महिलाओं का सुहाग उजड़ रहा है. छपरा के मकेर और भेल्दी में जहरीली शराब पीने से 11 लोगों की मौत की आधिकारिक पुष्टि कर दी गई है. 25 के करीब बीमार लोगों का इलाज जारी है इस बात की पुष्टि सारण के जिलाधिकारी राजेश मीणा और SP संतोष कुमार ने न्यूज़ 18 से एक्सक्लूसिव बातचीत के दौरान की है. DM और SP दोनों का कहना है कि लगातार हम लोग शराब माफियाओं के विरुद्ध कारवाई कर रहे हैं. हालाकि, जब न्यूज 18 की टीम ने यह पूछा कि जब इतनी कारवाई सारण प्रशासन के तरफ से की जा रही है फिर भी जहरीली शराब के सेवन और उससे होने वाली मौत की लिस्ट में सारण का नाम ही सबसे ऊपर क्यों है, तो इसका माकूल जवाब इन दोनो अधिकारियों ने नहीं दिया. बता दें कि पिछले 1 साल में छपरा में बात करें तो शराब के कारण 50 से अधिक मौतें हुई हैं. इनमें कई मौतें प्रशासन की नजर में नहीं हैं. छपरा के मकेर में शराब कांड की घटना के बाद एक बार फिर महिलाओं की आंखों में आंसू हैं और महिलाएं पूछ रही हैं कि सरकार बताइए कि शराबबंदी क्यों सफल नहीं है? छपरा शराब कांड में मृतकों की संख्या 11 पहुंच चुकी है जबकि 30 से अधिक लोग अब भी में बीमार हैं. छपरा सदर अस्पताल में भी 11 मरीजों का इलाज चल रहा है जिसमें कुछ की हालत गंभीर है. बीमार लोगों में मकेर के भाथा नोनिआटोली के कामेश्वर महतो और लखन महतो का नाम भी शामिल है जिनकी की हालत अब गंभीर हो गई है. कामेश्वर महतो की पत्नी सुकांति देवी का रो रो कर बुरा हाल है. पति ने गांव में हुए पूजा के दौरान शराब पी थी और अब बीमार है. 11 लोगों की मौत हो चुकी है लिहाजा सुकांति देवी की आंखों में भय साफ तौर पर देखा जा सकता है. सुकांति के तीन बच्चे हैं ऐसे में अगर कामेश्वर की मौत होती है तो बच्चों का क्या होगा. इसकी चिंता अभी से ही सुकांति के चेहरे पर नजर आ रही है.  सुकांति ने कामेश्वर का हाथ काफी मजबूती से थाम रखा है. उसे डर है कि कहीं हाथ छोड़ने पर जिंदगी की डोर न टूट जाए. कुछ ऐसी हालत सदर अस्पताल में भर्ती लखन महतो की भी है जिसने शराब पी और उसकी तबीयत बिगड़ गई. पत्नी लखनऊ में थी. घटना की सूचना मिली तो किसी तरह तरह भागते हुए छपरा सदर अस्पताल पहुंची और अब पति के पास डॉक्टर से उम्मीद लगाए बैठी है. लगातार आ रही मौत की खबरों से लखन महतो की पत्नी ज्ञानती देवी के चेहरे पर भय साफ तौर पर देखा जा सकता है. ज्ञानती देवी देवी अपने पति के हाथ को पकड़ कर रखा है. मानो छोड़ना नहीं चाहती कि कहीं पति उसे छोड़कर ही ना चला जाए. पास में बैठा बच्चा पापा को तड़पते देख रहा है. उसने कई बार पापा को रोका कि पापा शराब मत पीयो, लेकिन पापा ने शराब पी और अब हालत आपके सामने हैं,. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Bihar News, Chhapra News, Saran NewsFIRST PUBLISHED : August 05, 2022, 13:43 IST