जिंदगी भर करें कमाई लकड़ी से लेकर फल में कूट कूट कर भरे हैं आयुर्वेदिक गुण
जिंदगी भर करें कमाई लकड़ी से लेकर फल में कूट कूट कर भरे हैं आयुर्वेदिक गुण
अगर आप भी जामुन की बागवानी करना चाहते हैं तो बिना समय गवाएं नर्सरी से जामुन के पौधे लाकर लगा देX क्योंकि यह आदर्श समय है. इस समय कई जामुन की प्रजातियां मौजूद हैं जिनसे अच्छा उत्पादन होता है.
फर्रुखाबाद:गर्मी शुरू होने के साथ जामुन के फल मिलने लगते है. इनका आकार भले ही छोटा हो लेकिन स्वाद में बेहद खास होते हैं. वहीं इसके फल को खाने के साथ ही इसके अंदर वाली गुठली का भी पाउडर बनाकर सेवन करने से विभिन्न बीमारियों में लाभ मिलता है. वास्तव में जामुन का पौधा बेहद खास होता है. वहीं किसान जामुन की बागवानी करके लाखों रुपए की कमाई कर रहे हैं.
फर्रुखाबाद के निवासी श्रीपाल बताते हैं कि उन्होंने जब से जामुन की बागवानी की है तब से उन्होंने कोई भी लागत नही लगाई है. बल्कि समय से यह पेड़ फल देते रहते हैं. जामुन के पौधे को लगाने के बाद न तो कभी खाद देनी पड़ती है और न ही दवा और छिड़काव की जरूरत. बस बीस रुपए के पौधे को रोपा जाता है.
यह मौसम है बागवानी के लिए खास
अगर आप भी जामुन की बागवानी करना चाहते हैं तो बिना समय गवाएं नर्सरी से जामुन के पौधे लाकर लगा दे क्योंकि यह आदर्श समय है. इस समय कई जामुन की प्रजातियां मौजूद हैं जिनसे अच्छा उत्पादन होता है. आप अपने भूमि अनुसार बागबानी करके बेहतर लाभ कमा सकते है. यह तीन माह तक पौधे लगाने का बेहतर समय है.
कीमत भी शानदार
इस समय बाजार में अच्छी कीमत मिलने से किसान कमाई कर रहे हैं. वह प्रति किलो सौ से एक सौ पचास रुपए की दर से प्लास्टिक की ट्रे में बिक्री कर रहे हैं.
बागबानी के लिए यह मिट्टी है खास
जिस प्रकार जामुन औषधि गुणों से भरा होता है इस कारण इसे लोग अत्यधिक पसंद करते हैं. इस समय जामुन के फलों से जैम, सिरका, अचार और विभिन्न चीजें बनाने में इसका प्रयोग किया जाता है. वहीं जामुन का पौधा कटिबंधीय जलवायु वाली प्रदेशों में आसानी से उगता है. वहीं जामुन का पेड़ विकसित होने में लगभग 20 से 25 फीट तक हो जाता है. इसकी खेती करने के लिए जल निकासी वाली दोमट मिट्टी काफी लाभदायक मानी जाती है. इस समय पर भारत में ठंडे प्रदेशों की अपेक्षा सर्दी और गर्मी बारिश में भी कोई फर्क नहीं पड़ता है. वहीं अगर आप इस बारिश के समय रोपते हैं तो यह तेजी से वृद्धि करता है. इस पर अत्यधिक मौसम ठंडा और गरमाहट में भी कोई फर्क नहीं पड़ता. जब बारिश होती है तो इसका उत्पादन बढ़ जाता है.
आयुर्वेदिक गुणों का है खजाना
मुख्य रूप से इसमें शर्करा, प्रोटीन, खनिज, लवण, कार्बोहाइड्रेट जैसे विभिन्न गुण पाए जाते हैं. इसके साथ ही इसमें जीवाणु रोधी एंटी फंगस, एंटीवायरस, एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटी एलर्जी, एंटी कैंसर, एंटी डायबिटिक का प्रभाव शामिल है.
Tags: Local18FIRST PUBLISHED : July 13, 2024, 08:09 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed