राजस्थान: टोंक के 2 उपखंडों में 2 दिन के लिये फिर बंद की इंटरनेट सेवायें जानिये क्या है वजह
राजस्थान: टोंक के 2 उपखंडों में 2 दिन के लिये फिर बंद की इंटरनेट सेवायें जानिये क्या है वजह
टोंक के मालपुरा और टोडारायसिंह में 2 दिन के लिये निलंबित की इंटरनेट सेवायें: राजस्थान के टोंक के मालपुरा में निकाली जाने वाली कांवड़ यात्रा (Kanwar yatra) के मामले को लेकर उपजे विवाद के बाद अलर्ट मोड पर आये पुलिस-प्रशासन ने मालपुर और टोडारायसिंह में दो दिन के लिये इंटरनेट पर पाबंदी (Internet shut down) लगा दी है. वहीं पुलिस प्रशासन ने फ्लैग मार्च भी किया है. पढ़ें क्या है पूरा मामला.
हाइलाइट्स1 अगस्त को निकाली जानी थी कांवड यात्रायात्रा के मार्ग को लेकर उपजा हुआ है विवाद
दौलत पारीक.
टोंक. राजस्थान के टोंक जिले में बरसों से निकाली जाने वाली पारंपरिक कांवड़ यात्रा (Kanwar yatra) का मार्ग बदल दिये जाने से नाराज हिन्दू संगठनों ने यात्रा को स्थगित कर दिया है. इससे हिंदू संगठनों में आक्रोश व्याप्त हो गया है. हालात को देखते हुये अजमेर संभागीय आयुक्त ने टोंक जिले के मालपुरा और टोडारायसिंह में 30 जुलाई की रात 12 बजे से 1 अगस्त की रात 12 बजे तक के लिये इंटरनेट सेवायें बंद (Internet shut down) कर दी है. इससे पहले शनिवार को दिनभर जिला कलेक्टर समेत सभी आलाधिकारी मालपुरा में ही डेरा डाले रहे. उसके बाद शाम को मालपुरा में भारी पुलिस बल के साथ फ्लैग मार्च निकाला गया.
दरअसल टोंक के लोग लोग बीसलपुर से वाया टोडारायसिंह होते हुये मालपुरा तक प्रतिवर्ष कांवड़ यात्रा निकालते आ रहे हैं. शिव कांवड़ यात्रा समिति की ओर से निकाली जाने वाली इस कांवड़ यात्रा पर वर्ष 2018 में मालपुरा में कुछ लोगों ने पथराव कर दिया था. इससे माहौल बिगड़ गया था. बाद में वर्ष 2020 में पुलिस और प्रशासन ने कुछ मौजिज लोगों के साथ सलाह मशविरा करके इस यात्रा के मार्ग में परिवर्तन कर दिया था. दो साल कोरोना पिरियड में यह यात्रा निकाली नहीं गई.
पारंपरिक और परिवर्तित मार्ग पर अटकी बात
इस बार यह यात्रा निकाला जाना प्रस्तावित था. यह यात्रा 31 जुलाई की रात को रवाना होकर 1 अगस्त को मालपुरा पहुंचनी थी. प्रशासन परिवर्तित मार्ग से ही यात्रा की अनुमति दे रहा था जबकि समिति पुराने मार्ग से यात्रा निकालने पर अड़ी हुई थी. इसके बाद जब प्रशासन ने पारंपरिक मार्ग से यात्रा निकालने की अनुमति ने दी तो नाराज समिति ने उसे स्थगित कर दिया. इससे हिन्दू संगठनों और समिति में आक्रोश व्याप्त हो गया.
भारी पुलिस फोर्स के साथ निकाला फ्लैग मार्च
माहौल को देखते हुये पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया और उसने मालपुरा में डेरा डाल दिया. बाद में शनिवार शाम को मालपुरा और टोडारायसिंह इलाके में दो दिन के लिये इंटरनेट सेवायें निलंबित कर दी गई. पुलिस और प्रशासन ने मालपुरा को छावनी में तब्दील कर दिया. शाम को एसडीएम रामकुमार वर्मा, एएसपी राकेश कुमार, सीओ सुशील मान और थानाधिकारी कैलाश विश्नोई के साथ एसटीएफ, आरएसी, पुलिस और होमगार्ड के जवानों ने कस्बे में फ्लैग मार्च किया.
बीजेपी जिलाध्यक्ष ने साधा सरकार पर निशाना
मालपुरा में पारंपरिक रास्ते से कावड़ यात्रा की अनुमति नहीं मिलने के बाद बीजेपी जिलाध्यक्ष राजेंद्र पराना ने सरकार पर निशाना साधा. पराणा ने कहा कि राजस्थान सरकार ने तुष्टिकरण की पराकाष्ठा कर रखी है. स्टेट हाइवे से वर्षों से निकाले जाने वाली कांवड़ यात्रा का मार्ग बदल दिया. मालपुरा की धर्मप्रेमी जनता के आग्रह को प्रशासन ने स्वीकार नहीं तो विरोध प्रकट करते हुए जनता ने और कावड़ यात्रा समिति ने कार्यक्रम ही स्थगित कर दिया है.
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Tags: Internet, Kanwar yatra, Rajasthan news, Tonk newsFIRST PUBLISHED : July 31, 2022, 16:20 IST