Sawai Madhopur: विलुप्त होने के कगार पर बहरूपिया कला वेस्टर्न कल्चर के हावी होने से हो रहा नुकसान

बबलू बहरूपिया का कहना है कि वर्तमान में बहरूपिया परिवार की परंपरागत कला को इतना सम्मान नहीं मिल पाता जितना कभी मिला करता था. ऐसे में बहरूपिया परिवार को आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है. 5जी इंटरनेट के दौर में समाज अपनी कला संस्कृति को भूलता जा रहा है

Sawai Madhopur: विलुप्त होने के कगार पर बहरूपिया कला वेस्टर्न कल्चर के हावी होने से हो रहा नुकसान
गजानंद शर्मा सवाई माधोपुर. भारत विविधताओं का देश है तो राजस्थान संस्कृतियों का पर्याय है. राजस्थान की कला और संस्कृति अपने अनूठे अंदाज के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है. राजस्थानी कला और संस्कृति का एक अभिन्न अंगबहरूपिया कला है. वर्तमान में वेस्टर्न कल्चर के हावी होने के बाद बहरूपिया कला अपना अस्तित्व खोने लगी है. एक समय मनोरंजन का महत्वपूर्ण माध्यम माने जाने वाली बहरूपिया कला अब समय के साथ-साथ लुप्त होने लगी है. वतर्मान समय में सवाई माधोपुर जिले में एक-दो बहरूपिया परिवार ही अपनी इस परंपरागत संस्कृति को जिंदा रखे हुए हैं. उनमें से एक है बौंली का बहरूपिया परिवार. अपनी कला के लिए सूबे में नाम कमा चुके बबलू बहरूपिया विभिन्न किरदार निभाकर राजस्थान के कई जिलों में लोगों का मनोरंजन कर चुके हैं. कोरोना काल में लागू लॉकडाउन के चलते उनके परिवार को आर्थिक संकट से जूझना पड़ा. हालांकि सरकार व विभिन्न सामाजिक संस्थाओं की मदद के चलते उन्हें राहत मिली थी. बबलू बहरूपिया भगवान शिव, नारद, अर्जुन, रावण और कामदेव जैसे आध्यात्मिक किरदार तो निभाते ही हैं. इसके साथ-साथ वो विभिन्न फिल्मों के किरदार जैसे ठाकुर, सलीम पागल, मोगैंबो आदि का भी जीवंत अभिनय कर लोगों का भरपूर मनोरंजन करते हैं. बबलू बहरूपिया न केवल अपनी वेशभूषा व मेकअप से किरदार को बेहतर बनाते हैं वरन अपनी डायलॉग डिलीवरी कला एवं मिमिक्री के माध्यम से किरदारों को जीवंत बना देते हैं. बबलू बहरूपिया का कहना है कि वर्तमान में बहरूपिया परिवार की परंपरागत कला को इतना सम्मान नहीं मिल पाता जितना कभी मिला करता था. ऐसे में बहरूपिया परिवार को आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है. 5जी इंटरनेट के दौर में समाज अपनी कला संस्कृति को भूलता जा रहा है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी| Tags: Art and Culture, Indian Culture, Rajasthan news in hindi, Sawai madhopur newsFIRST PUBLISHED : October 28, 2022, 16:48 IST