जोधपुर एलिवेटेड कॉरिडोर प्रोजेक्ट: जल्द शुरू होगा कार्य 1700 करोड़ आएगी लागत यह है खूबियां
जोधपुर एलिवेटेड कॉरिडोर प्रोजेक्ट: जल्द शुरू होगा कार्य 1700 करोड़ आएगी लागत यह है खूबियां
Jodhpur News: सूर्यनगरी जोधपुर में 9.6 किलोमीटर लंबी जोधपुर एलिवेटेड कॉरिडोर प्रोजेक्ट का निर्माण नई तकनीक से किया जाएगा. केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के मुताबिक इसके दोनों पिलरों के बीच करीब 100 मीटर का अंतर होगा, जबकि वर्तमान में निर्मित पिलरों में यह अंतर 30 मीटर का ही है. इस थ्री लेयर एलिवेटेड रोड में पिलरों की संख्या कम होने से सड़क पर आने वाले अवरोध कम होंगे.
हाइलाइट्सएलिवेटेड रोड बनने से 50 साल तक शहर की ट्रैफिक की समस्या दूर हो जाएगीजोधपुर के वर्षों पुराने एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट को राज्य सरकार ने खारिज कर दिया था
जोधपुर. सूर्यनगरी जोधपुर (Jodhpur) में 9.6 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड का काम जल्द शुरू होगा. एलिवेटेड रोड बनने से 50 साल तक शहर की ट्रैफिक की समस्या दूर हो जाएगी. केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत (Union Minister Gajendra singh Shekhawat) ने नई दिल्ली में शुक्रवार को अधिकारियों को बुलाकर जोधपुर एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट (Elevated Road Project) के डीपीआर कार्य की समीक्षा बैठक ली और कार्य की प्रगति का प्रेजेंटेशन देखा. इस समीक्षा बैठक और प्रेजेंटेशन के साथ ही केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने संबंधित अधिकारियों को स्थानीय जरूरतों से अवगत कराया, ताकि उसी के अनुरूप एलिवेटेड रोड का निर्माण हो सके.
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के प्रयास से करीब 1700 करोड़ रुपए की लागत से सूर्यनगरी जोधपुर में 9.6 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड का काम जल्द शुरू होगा. केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों को जल्द से जल्द डीपीआर के अनुरूप कार्य निष्पादन के निर्देश दिए. शेखावत ने कहा कि पूरा प्रयास है कि एलिवेटेड रोड जनता के लिए हर दृष्टिकोण से अधिकाधिक उपयोगी बने.
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विरासत बचाने और विकास करने के दोनों काम एक साथ होंगे
उन्होंने बताया कि हमारी नीति के मुताबिक विरासत बचाने और विकास करने के दोनों काम एक साथ होंगे. इसीलिए एलिवेटेड कॉरिडोर प्रोजेक्ट के निर्माण में स्थानीय विरासतों का भी ध्यान रखा गया है, जिनसे संस्कृति और जनभावना जुड़ी हुई है. जोधपुर के वर्षों पुराने एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट को राज्य सरकार ने खारिज कर दिया था, लेकिन केन्द्रीय मंत्री शेखावत के प्रयास से केंद्र सरकार ने करीब 1700 करोड़ रुपए मंजूर किए. जोधपुर को 561 साल के इतिहास का सबसे बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट मिला है.
अब दोनों पिलरों के बीच करीब 100 मीटर का अंतर
उन्होंने बताया कि इस प्रोजेक्ट के एक-एक चरण को परखा जा रहा है. जोधपुर एलिवेटेड कॉरिडोर प्रोजेक्ट का निर्माण नई तकनीक से किया जाएगा. इसके दोनों पिलरों के बीच करीब 100 मीटर का अंतर होगा, जबकि वर्तमान में निर्मित पिलरों में यह अंतर 30 मीटर का है. पिलरों की संख्या कम होने से सड़क पर आने वाले अवरोध कम होंगे. साथ ही यह एक थ्री लेयर एलिवेटेड रोड होगी. एलिवेटेड रोड बनने से 50 साल तक शहर की ट्रैफिक की समस्या दूर हो जाएगी.
जोधपुर शहर को ट्रैफिक समस्या से मिलेगी राहत
जोधपुर शहर से तीन राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमश: एनएस-62 (नागौर -जोधपुर-पाली), एनएच-25 (बाडमेर-जोधपुर-बर) और एनएच-125 (जैसलमेर-पोकरण-जोधपुर) गुजरते हैं. तीनों राष्ट्रीय राजमार्गों के शहर के बीच से गुजरने के कारण जोधपुर की हार्टलाइन (मण्डोर-पावटा-सोजती गेट-आखलिया चौराहा) पर यातायात का दबाव बना रहता है. शहर में इस हार्टलाइन के अतिरिक्त ऐसी कोई वैकल्पिक रोड नहीं है, जिससे यातायात सुगम हो सके. इस एलिवेटेड रोड के बनने से ट्रैफिक की समस्या हल होगी.
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Tags: Jodhpur NewsFIRST PUBLISHED : October 29, 2022, 11:58 IST