जयपुर में पानी की कालाबाजारी टैंकर संचालकों के खिलाफ एक और केस दर्ज

Jaipur News: जयपुर में सरकारी पानी की कालाबाजारी का मसला गरमा गया है. जलदाय विभाग ने इस संबंध में टैंकर संचालकों के खिलाफ एक और केस दर्ज कराया है. वहीं अब कांग्रेस ने इस मुद्दे को लपकते हुए आज जयपुर में प्रदर्शन किया है. राहत की बात यह है कि इस मामले में जलदाय विभाग की सख्ती को देखते हुए टैंकर संचालकों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है.

जयपुर में पानी की कालाबाजारी टैंकर संचालकों के खिलाफ एक और केस दर्ज
जयपुर. राजधानी जयपुर में पेयजल किल्लत और जलदाय विभाग के पानी के टैंकरों की कालाबाजारी के मामले में टैंकर संचालकों के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज कराई गई है. जलदाय विभाग ने इस एफआईआर में कुछ टैंकर चालकों के सरकारी फ्री पानी की कालाबाजारी के साथ ही पानी चुराने का भी आरोप लगाया है. दूसरी तरफ पानी की कालाबाजारी का मामला सामने आते ही कांग्रेस ने भी भजनलाल सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इस बीच टैंकर संचालकों ने हड़ताल वापस ले ली है. जलदाय विभाग की ओर से टैंकरों से जयपुर के विभिन्न इलाकों में सप्लाई किए जाने वाले फ्री पानी को बेचने की शिकायत आने के बाद उसने इसका पता लगाने के लिए स्टिंग ऑपरेशन कराया था. इसमें कुछ इलाकों में सरकारी पानी का टैंकर 700 से 800 रुपये में बेचे जाने की पुष्टि हुई थी. उसके बाद जलदाय विभाग ने चार टैंकर्स चालकों के खिलाफ रविवार को केस दर्ज कराया था. इससे टैंकर संचालक भड़क गए और उन्होंने जलदाय विभाग को दबाव में लेने के लिए पानी की सप्लाई रोक दी थी. टैंकर चालकों ने वापस ली हड़ताल टैंकर चालकों के इस कदम से विभाग झुका नहीं और उसने इस मामले की और गहराई से जांच पड़ताल करवाई. उसमें न केवल सरकारी पानी को बेचने की बात सामने आई बल्कि सरकारी पानी की चोरी का मसला भी सामने आया. उसके बाद विभाग ने रविवार को 9 और टैंकर चालकों के खिलाफ केस दर्ज करा दिया. बाद में बात बिगड़ती देख टैंकर संचालकों ने हड़ताल वापस ले ली और पानी की आपूर्ति शुरू कर दी. कांग्रेस ने किया मटका फोड़ प्रदर्शन यह मामला थमता उससे पहले ही कांग्रेस इसमें कूद पड़ी. उसने सोमवार को जनता के समर्थन में जलदाय विभाग के अधिकारियों के खिलाफ मटका फोड़ प्रदर्शन किया. राजधानी के सबसे संकटग्रस्त क्षेत्रों में से एक झोटवाड़ा जलदाय विभाग कार्यालय पर कांग्रेस नेताओं और पदाधिकारियों ने हंगामा मचा दिया. प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि जलदाय विभाग के अधिकारी पेयजल आपूर्ति के नाम पर राजनीति कर रहे हैं. जनता को पानी की आपूर्ति के लिए विधायकों और पार्षदों की सिफारिश मांगी जा रही है. वहीं टैंकर चालक सरकारी पानी को मुंह मांगी कीमतों पर बेच रहे हैं. बहरहाल राहत की बात यह है कि टैंकरों से पानी की सप्लाई फिर से शुरू हो गई है. Tags: Drinking water crisis, Jaipur news, Rajasthan newsFIRST PUBLISHED : May 27, 2024, 15:53 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed