दिल्ली में मुस्लिम बाहुल क्षेत्रों में कम मतदान से BJP को राहत

इस बार लोकसभा चुनावों में कई स्थानों पर जनप्रतिनिधियों से जनता की दूरी का असर देखने को मिला है. कई स्थानों पर वोटर इसलिए नाराज दिखाई दिए कि सांसद पहले तो चुनावों के समय वोट मांगने आ जाते थे, लेकिन इस बार तो प्रत्याशी वोट मांगने के लिए भी लोगों के बीच नहीं जा रहे हैं.

दिल्ली में मुस्लिम बाहुल क्षेत्रों में कम मतदान से BJP को राहत
दिल्ली में लोकसभा की सभी सातों सीटों पर छठे चरण में 25 मई, शनिवार को मतदान शांतिपूर्वक सम्पन्न हो गया है. इस बार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में गठबंधन होने से बीजेपी के सामने चुनावी दंगल एकतरफा नहीं था. कई सीटों पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी से मिली जोरदार टक्कर से बीजेपी प्रत्याशियों के पसीने छूटे हुए हैं. लेकिन इस दौरान एक ऐसी बात प्रत्याशियों को आशा की डोर बांधे हुए हैं जिसे लेकर कहा जा रहा है कि एकबार फिर दिल्ली की सभी सीटों पर कमल खिलने जा रहा है और वह बात है तमाम जोर-आजमाइश के बाद भी दिल्ली के मतदान प्रतिशत में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है. बल्कि मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में कम वोटिंग होना बीजेपी के पक्ष में नतीजे दर्शाता है. दिल्ली में इस बार 58.69 प्रतिशत मतदान हुआ है. पूर्वोत्तर दिल्ली में सबसे ज्यादा 62.89 प्रतिशत और नई दिल्ली में सबसे कम 55.43 फीसदी वोटिंग हुई. इस चुनाव में जहां बीजेपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर जीत हासिल करने का दावा कर रही है, तो वहीं विपक्षी दल गठबंधन के साथ-साथ दलित, मुस्लिम वोटों के सहारे चुनावी नैया पार करने की बात कह रहे हैं. निर्वाचन कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में 2019 के मुकाबले 2024 के लोकसभा चुनाव में लगभग 2 फीसदी कम मतदान हुआ है. दिल्ली में 58.70 फीसदी मतदान दर्ज किया गया है. पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट पर इस बार बीजेपी के हर्ष मल्होत्रा और आम आदमी पार्टी के कुलदीप कुमार के बीच जोरदार मुकाबला देखने को मिला. पिछले दो चुनावों से यह सीट बीजेपी के पास रही है. यहां से पार्टी हर बार नया उम्मीदवार मैदान में उतारती है. मोदी के नाम पर चुनाव जीतने वाले सांसद कुर्सी मिलते ही अपने क्षेत्र से गायब हो जाते हैं, जिसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ता है. यही वजह है कि बीजेपी को यहां हर बार एक नया प्रत्याशी खोजना पड़ता है. सांसदों के पूरे 5 साल इलाके से गायब रहने से यहां की जनता में गुस्सा भी देखने को मिलता है. जिसका असर इस बार के चुनाव में भी बड़े स्तर पर देखा गया. पूर्वी दिल्ली में 10 विधानसभा सीट आती हैं इनमें गांधीनगर, जंगपुरा, कोंडली, कृष्णा नगर, लक्ष्मी नगर, ओखला, पटपड़गंज, शाहदरा, त्रिलोकपुरी और विश्वासनगर शामिल हैं. इस बार यहां त्रिलोकपुरी, पटपड़गंज, ओखला, जंगपुरा, कोंडली आदि जगहों पर पिछले चुनाव के मुकाबले कम मतदान हुआ है. उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट दिल्ली की उत्तर-पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट पर 2019 के चुनाव में बीजेपी के हंसराज हंस विजयी हुए थे. 2014 में कमल के निशान पर उदित राज ने जीत हासिल की थी. इस बार उदित राज कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े हैं. उनके मुकाबले में बीजेपी ने योगेंद्र चंदोलिया को मैदान में खड़ा किया. उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट में विधानसभा की 10 सीट – बुराड़ी, तिमारपुर, सीमापुरी, रोहतास नगर, सीलमपुर, घोंडा, बाबरपुर, गोकलपुर, मुस्तफाबाद और करावल नगर आती हैं. इनमें अधिकांश सीट मुस्लिम बाहुल हैं. इस सीट पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने तीसरी बार चुनाव लड़ा है. कांग्रेस ने कन्हैया कुमार को मैदान में उतारा. कांग्रेस और बीजेपी में यहां कड़ी टक्कर देखने को मिली है. कन्हैया कुमार कई जगहों पर मनोज तिवारी पर भारी पड़े हैं. यहां भी लोगों में इस बात को लेकर गुस्सा देखा गया कि दो बार जीतने के बाद भी मनोज तिवारी का यहां की जनता के साथ कोई संवाद नहीं है. चांदनी चौक लोकसभा सीट दिल्ली की चांदनी चौक सीट पर बीजेपी के प्रवीण खंडेलवाल और कांग्रेस के जय प्रकाश अग्रवाल के बीच भी अच्छी लड़ाई देखने को मिली है. जय प्रकाश जहां पुराने कांग्रेसी नेता हैं. वे यहां से तीन बार सांसद भी रह चुके हैं. खंडेलवाल यहां के व्यापारिक समुदाय में एक लोकप्रिय चेहरा हैं. 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी के डॉ. हर्षवर्धन ने यहां से शानदार जीत हासिल की थी. उन्होंने कांग्रेस के जय प्रकाश अग्रवाल को हराया था. चांदनी चौक लोकसभा सीट के अंतर्गत आदर्श नगर, बल्लीमरान, चांदनी चौक, मटियामहल, मॉडल टाउन, सदर बाजार, शकूरबस्ती, शालीमार बाग, त्रिनगर और वजीरपुर विधानसभा सीट आती हैं. यहां मुस्लिम बाहुल्य मटियामहल सीट पर महज 49.80 फीसदी वोटिंग हुई है, जबकि पिछली बार यह आकंडा 55 प्रतिशत से ज्यादा था. शकूर बस्ती में भी पिछले चुनाव (68 प्रतिशत) के मुकाबले इस बार 62 फीसदी मतदान हुआ. 61 फीसदी मतदान देश में लोकसभा चुनाव के छठे चरण में 6 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों की 58 लोकसभा सीटों पर 61.11 प्रतिशत मतदान हुआ है. निर्वाचन आयोग द्वारा अपने मतदाता मतदान ऐप पर जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक झारखंड में 63.76 फीसदी, उत्तर प्रदेश में 54.03 फीसदी, बिहार में 55.24 फीसदी, जम्मू-कश्मीर में 54.15 फीसदी, हरियाणा में 60.06 फीसदी, ओडिशा में 69.32 फीसदी और दिल्ली में 58.70 फीसदी मतदान हुआ. देश में लोकसभा चुनाव के छठे चरण के मतदान के समापन के साथ अब 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 486 सीटों पर मतदान पूरा हो गया है. अब सातवें और आखिरी चरण में 1 जून को 57 सीटों पर मतदान होगा. वोटों की गिनती 4 जून को होगी. Tags: Aam aadmi party, Congress, Delhi news, Loksabha ElectionsFIRST PUBLISHED : May 27, 2024, 15:44 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed