कम जमीन में तिजोरी भर देगी यह खेती किसान बन जाएंगे मालामाल जानिए तरीका

औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र की प्रभारी विजय किशोर सिंह बताते हैं कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर जिले के हडिया और फूलपुर तहसील के कुछ किसानों को चुना गया. जिनको लगातार प्रशिक्षण देकर पान की खेती का ट्रायल कराया गया. जिसमें उनको सफलता मिली.

कम जमीन में तिजोरी भर देगी यह खेती किसान बन जाएंगे मालामाल जानिए तरीका
रजनीश यादव/ प्रयागराज : जिले में अगर आपके पास एक बीघा जमीन है और आप मालामाल होना चाहते हैं, तो उसमें कोई फैक्ट्री लगाने की जरूरत नहीं बल्कि पान की खेती करने से भी आप की तिजोरी भर सकती है. जहां पहले बुंदेलखंड के इलाकों में महोबा हमीरपुर जालौन में पान की खेती होती थी, वहीं अब प्रयागराज की भी जमीन पर इसकी खेती आसानी से की जा सकती है. इसके लिए प्रयागराज में खुसरो बाग स्थित औद्यानिक विभाग की ओर से किसानों को जागरुक भी किया जा रहा है. हार नहीं माने किसान, उगा लिया पान प्रयागराज के खुसरो बाग में स्थित औद्यानिक विभाग के मुख्य प्रशिक्षक के जागरूकता से प्रयागराज के किसानों ने मेहनत के बदौलत अपने खेतों में पान की खेती पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू की. 2016 से किसान लगातार इस पर काम कर रहे थे, लेकिन कड़ी मेहनत के बाद 7 सालों में अब जाकर सफलता मिली. किसान आज पान की पैदावार कर बंपर कमाई कर रहे हैं. फूलपुर तहसील क्षेत्र के घनश्याम पटेल विजय यादव और इंद्रजीत सिंह लगातार उद्यान विभाग के संपर्क में रहे और अधिकारी के बताए हुए निर्देशानुसार काम करते रहे. जिससे छेदीपुर, दरियाबाद, सारी, ललित एवं हडिया तहसील के गांव के किसान अपने खाली पड़े खेतों में पान की खेती कर अच्छी कमाई कर रहे हैं. ऐसे करते हैं खेत तैयार पान की खेती की सफलता का श्रेय किसान खुसरो बाग के प्रभारी विजय किशोर सिंह को देते हैं. वह बताते हैं कि उनके बताएं अनुसार उन्होंने ऊंचाई वाले खेतों पर पान की खेती शुरू की. जहां पहले महोबा जालौन उरई हमीरपुर से पान मांगना पड़ता था. वहीं प्रयागराज के किसानों ने आज स्थानीय मांग को पूरा कर दिया है. खुसरो बाग के विजय किशोर सिंह बताते हैं कि पान की खेती करने के लिए पहले बरजा तैयार करना पड़ता है. उसके बाद भरपूर सिंचाई करनी पड़ती है, जिससे इसके पत्ते काफी साफ होते हैं. खुसरो बाग में स्थित औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र की प्रभारी विजय किशोर सिंह बताते हैं कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर जिले के हडिया और फूलपुर तहसील के कुछ किसानों को चुना गया. जिनको लगातार प्रशिक्षण देकर पान की खेती का ट्रायल कराया गया. जिसमें उनको सफलता मिली. इसी को देखते हुए अब प्रतापगढ़, प्रयागराज, कौशांबी, आजमगढ़, बलिया के किसानों को सरकार के निर्देशानुसार पान की खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा. यह ऐसी खेती होती है, जहां कम भूमि पर किसान मेहनत करके अधिक से अधिक लाभ कमा सकता हैं. इससे किसानों की आय को दुगना करने में आसानी होगी. Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : July 4, 2024, 09:55 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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