पायलट खेमे के मंत्री हेमाराम ने खोला गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा कहा-बजरी के नाम लूटा जा रहा है

Hemaram Choudhary News: सचिन पायलट खेमे के कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी ने एक बार फिर से अपनी ही अशाेक गहलोत सरकार (Ashek gehlot government) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. हेमाराम ने साफ कहा कि बजरी के नाम लोगों को लूटा जा रहा है. अगर जल्द ही कुछ नहीं किया गया तो उन्हें जनता के साथ खड़ा होना पड़ेगा. हेमाराम ने कहा कि उनके लिए जनता पहले है सरकार उसके बाद.

पायलट खेमे के मंत्री हेमाराम ने खोला गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा कहा-बजरी के नाम लूटा जा रहा है
बाड़मेर. राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी (Hemaram chaudhary) ने बजरी खनन को लेकर अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. हेमाराम चौधरी ने कहा कि बाड़मेर में बजरी खनन को लेकर जनता को लूटा जा रहा है. इससे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. चौधरी ने कहा कि उन्होंने खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया को फोन करके बता दिया है. आने वाले दिनों में अगर बजरी खनन की लूट को नहीं रोका गया तो मुझे जनता के साथ खड़ा रहना पड़ेगा. बजरी 500 रुपये टन से ज्यादा भाव में बेची जा रही है. रायल्टी पर्ची 40 रुपये के आसपास काटी जा रही है. खनन माफिया एक तो सरकार राजस्व का नुकसान कर रहे है और दूसरा जनता को लूट रहे हैं. चौधरी सचिन पायलट खेमे (Sachin Pilot camp) के हैं. राजनीतिक संकट के समय चौधरी पूरी तरह से पायलट के साथ खड़े रहे थे. मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि बजरी खनन को लेकर लोगों के इतने फोन आते है नींद हराम हो गई है. लोग बोलते हैं कि बजरी खनन को लेकर हमें लूटा जा रहा है. बकौल चौधरी इस पर उन्होंने हकीकत का पता किया तब सामने आया कि वास्तव में जनता को लूटा जा रहा है. बाड़मेर की सबसे बड़ी समस्या बजरी की है. अगर समय रहते इसका समाधान नहीं हुआ तो आने वाले समय में उसका नुकसान हम सबको उठाना पड़ेगा. मेरे लिए जनता पहले है सरकार उसके बाद मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि बजरी खनन मामले में लोगों की मांग वाजिब है. उन्होंने कहा कि मेरे लिए जनता पहले है सरकार उसके बाद. लूट करने वालों के साथ में खड़ा नहीं रह सकता. जो रॉयल्टी है उतने ही पैसा लो और उसकी रसीद भी दो. 550 रुपये टन के हिसाब से बजरी के पैसे लिए जा रहे हैं. इसके हिसाब से एक ट्रक पर दस हजार से अधिक रुपये ले रहे है. इससे आए दिन झगड़े भी हो रहे है और खून खराबा भी. नवंबर 2021 को हटी थी बजरी से रोक दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने 2017 में बजरी खनन पर रोक लगा दी थी. इसके बाद 12 नवंबर 2021 को सुप्रीम कोर्ट ने बजरी खनन पर रोक हटा दी. करीब 4 साल बाद फिर से बजरी खुलने की लोगों को उम्मीद जगी थी कि अब राहत मिलेगी लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. बीते 8 माह से अवैध बजरी माफिया जनता को लूट रहे हैं. इन बजरी माफियाओं से सिर्फ जनता ही नहीं बल्कि उनकी सरकार के मंत्री और विधायक भी दुखी हैं. 1 सितंबर से तीन जगह लीज हुई शुरू मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि करीब एक माह पहले बजरी खनन को लेकर सीएम ने मीटिंग बुलाई थी. उसमें मैने मंत्री जी को बता दिया था कि आम लोगों को किस तरीके से लूटा जा रहा है. बाड़मेर में समदड़ी, बालोतरा, जाणियाणा और सिणधरी की लीज दी जाए. तब 1 सितंबर से समदड़ी, बालोतरा और जाणियाणा में बजरी खनन की स्वीकृति दी गई है. सिणधरी की लीज नहीं दी है. सरकार और ठेकेदार की सांठगांठ में बाड़मेर-जैसलमेर की जनता को लूटा जा रहा है. 10 हजार रुपए ट्रक मिलने वाली बजरी 20-25 हजार रुपए प्रति ट्रक बेची जा रही है. ठेकेदार अवैध वसूली कर करोड़ों रुपए कमा रहे हैं. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Ashok Gehlot Vs Sachin Pilot, Barmer news, Rajasthan news, Rajasthan PoliticsFIRST PUBLISHED : September 12, 2022, 08:59 IST