दौसा में दहशत फैलाने के बाद टाइगर अब अलवर पहुंचा मारी ऐसी दहाड़ कि सहम गए लोग
दौसा में दहशत फैलाने के बाद टाइगर अब अलवर पहुंचा मारी ऐसी दहाड़ कि सहम गए लोग
Alwar News : सरिस्का टाइगर रिजर्व से निकला युवा बाघ दौसा में गदर मचाने के बाद अब अलवर जिले के रैणी में पहुंच गया है. वह रैणी के करणपुरा गांव के आसपास बताया जा रहा है. वन विभाग की टीम उस पर शिकंजा कसने के लिए उसके पीछे लगी है. पढ़ें ताजा अपडेट.
नितिन शर्मा.
अलवर. दौसा जिले में गदर मचाने के बाद अब टाइगर अलवर जिले के रैणी में पहुंच गया है. वहां टाइगर की मौजूदगी की पुष्टि हो गई है. आबादी एरिया में घूम रहा यह टाइगर सरिस्का रिजर्व से निकला हुआ है. वन विभाग की टीम उस पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है. लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिल पाई है. सरिस्का टाइगर रिजर्व से निकला यह युवा बाघ अब वहां अपनी दहाड़ से लोगों को डरा रहा है. इस टाइगर ने बुधवार को दौसा में तीन लोगों पर हमला कर उनको जख्मी कर दिया था. उसके बाद से अब वाइल्ड लाइफ टीम भी टाइगर से बचाव करने उपकरण लेकर चल रही है.
जानकारी के अनुसार टाइगर एसटी 2402 अलवर जिले के रैणी इलाके में पहुंच गया है. उसकी रैणी इलाके के करणपुरा गांव में आने की पुष्टि हुई है. बुधवार को यह टाइगर सरिस्का सेंचुरी से निकलकर दौसा के महुखुर्द गांव पहुंच गया था. उसके बाद वह आज तड़के वहां से निकलकर करणपुरा गांव पहुंच गया. उसने सुबह करीब 4.30 बजे एक मकान के पास जोरदार दहाड़ मारी. इससे उस मकान में रहने वाला परिवार सहम गया और कोई भी बाहर नहीं निकला.
एक मकान में भी दस्तक दी
करणपुरा गांव में टाइगर आने की सूचना पर सरिस्का की टीम वहां पहुंची. टीम ने करणपुरा में पगमार्क देखकर टाइगर होने की पुष्टि की. पगमार्क के आधार पर वन विभाग की टीम ने इस बात की पुष्टि की कि वह बाघ एसटी 2402 ही है. उसके बाद से रैणी के आस पास स्थित कई गांवों में दहशत का माहौल हो गया है. ग्रामीणों के मुताबिक उसने रैणी के करणपुरा गांव में खेतों से होते हुए एक मकान में भी दस्तक दी. उसके बाद वह मकान के दोनों तरफ के दरवाजे से बाहर निकल गया.
बाघ लगातार जंगल छोड़कर बाहर निकल रहे हैं
उल्लेखनीय है कि सरिस्का सेंचुंरी के बाघ लगातार जंगल छोड़कर बाहर निकल रहे हैं. एक बार सरिस्का के जंगल से निकलकर एक बाघ हरियाणा पहुंच गया था. बाद में उसे ट्रेंकुलाइज करके विषधारी टाइगर रिजर्व बूंदी भेजा गया था. टाइगर एसटी 13 कई साल से मिसिंग है. ऐसे में सरिस्का के आसपास के गांवों में बाघों का खतरा हमेशा मंडराता रहता है. करणपुरा पहुंचे इस बाघ को बुधवार को दौसा जिले में ट्रेंकुलाइज करने के लिए बुधवार को दिनभर भागदौड़ होती रही थी. लेकिन सफलता नहीं मिल पाई थी.
Tags: Big news, Tiger attack, Tiger reserveFIRST PUBLISHED : January 2, 2025, 15:05 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed