अमृत रत्न जादव पायेंग बोले- जन्मदिन पर पेड़ लगाएं जल्दी ग्रीन बनेगा इंडिया

अमृत रत्न वन पुरुष जादव पायेंग का कहना है कि देश को हरा-भरा बनाना है तो बच्चों को अपने जन्मदिन पर केक काटने की जगह एक पेड़ लगाना चाहिए. इससे जल्द ही हमारी धरती हरी भरी हो जाएगी.

अमृत रत्न जादव पायेंग बोले- जन्मदिन पर पेड़ लगाएं जल्दी ग्रीन बनेगा इंडिया
देश के नंबर-1 न्यूज चैनल न्यूज18 इंडिया की ओर से वन पुरुष जादव पायेंग अमृत रत्न बने हैं. केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जादव पायेंग को अमृत रत्न सम्मान दिया. इस मौके पर पाईं ने कहा कि अगर देश को ग्रीन बनाना है तो हमें अपने बच्चों से शुरुआत करनी चाहिए. बच्चों को जन्मदिन पर केक काटने के बजाय एक पेड़ लगाना चाहिए. इससे देश जल्दी ग्रीन इंडिया बन जाएगा. अगर इंडिया ग्रीन बनेगा तो तभी हमारा जीवन भी खूबसूरत होगा. उन्होंने कहा कि ग्रीन इंडिया बनाना उनका काम है. करीब 45 साल पहले वह इस सफर पर निकले थे. उनके साथ हजारों लोग काम करते हैं. अब तक उन्होंने इस मुहिम से 1300 एकड़ क्षेत्र को जंगल में बदल दिया है. उन्होंने कहा कि पेड़-पौधों और जानवरों से वह खास प्यार करते हैं. वह उनकी भाषा और बात समझते हैं. वन क्षेत्र विकसित करने से वह पूरा इलाका जंगली जीवों का घर बन गया है. उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी जंगली जीव इंसान को मारने नहीं आता है. बल्कि इंसान उन जंगली जीवों के पास जाता है. धरती से प्यार करने का कोई एजुकेशन सिस्टम नहीं धरती को ग्नी बनाने के बारे में पूछे गए एक सवाल उन्होंने कहा कि आज सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि दुनिया में धरती मां से प्यार करने वाला कोई एजुकेशन सिस्टम ही नहीं है. असम से माजुली द्वीप के एकदम बंजर जमीन से सफर शुरू करने वाले जादव पायेंग ने कहा कि उन्होंने 1979 में इस मुहिम की शुरुआत की थी. उन्होंने 1307 एकड़ जमीन को ग्रीन कर दिया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘एक पेड़ मां के नाम’ जो अभियान चलाया है वह शानदार है. वह देश के लिए काम करते हैं. पर्यावरण के लिए उनकी मुहिम आज भी जारी है. 45 साल पहले जब जादव पायेंग 16 साल के थे, तब उन्होंने एक दिन में एक पौधा लगाना शुरू किया था. इसके बाद उन्‍हें भारत के वन पुरुष के रूप में पहचाना गया. हर दिन एक पौधा लगाने के उनके विचार से वन वृक्ष की स्थापना हुई. 45 साल तक चले इस आंदोलन से जादव पायेंग ने अकेले ही 1300 एकड़ से अधिक जमीन हरी-भरी कर दी है. Tags: Amrit Ratna, Amrit Ratna HonourFIRST PUBLISHED : December 2, 2024, 14:53 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed