इस गांव में रात को आती है महिला के रोने की आवाजवीडियो हो गई वायरल फिर

दरअसल यूपी के अमेठी जिले के संग्रामपुर कोतवाली के अंतर्गत आने वाले गड़ेरी गांव में प्राथमिक विद्यालय बनपुरवा के पीछे एक जंगल है, जहां पर एक महिला के रोने की आवाज का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ.

इस गांव में रात को आती है महिला के रोने की आवाजवीडियो हो गई वायरल फिर
आदित्य कृष्ण/ अमेठी:  सोशल मीडिया के दौर में इन अफवाहों पर विराम लगना कुछ मुश्किल होता जा रहा है. कुछ ऐसी घटना उत्तर प्रदेश के अमेठी में हुई .अमेठी के एक गांव में एक वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरफ फैल गया. वायरल वीडियो में एक महिला के रोने की आवाज आ रही है. महिला तेजी से रो रही है और उस वीडियो को गांव का बताया जा रहा है. वीडियो में दावा किया जा रहा है कि गांव में रो रही महिला कोई सामान्य नहीं बल्कि चुड़ैल है और प्रतिदिन ऐसी आवाज आती है. हालांकि जब इस वायरल वीडियो की पड़ताल की गई तो सच्चाई कुछ और ही निकली. दरअसल यूपी के अमेठी जिले के संग्रामपुर कोतवाली के अंतर्गत आने वाले गडेरी गांव में प्राथमिक विद्यालय बनपुरवा के पीछे एक जंगल है, जहां पर एक महिला के रोने की आवाज का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. वहीं जब इस वीडियो की पड़ताल के लिए लोकल 18 की टीम गांव पहुंची तो पता चला कि यह अफवाह थी. ग्रामीणों का कहना है कि इस गांव में कभी भी कोई ऐसी गतिविधि नहीं हुई, जिससे ग्रामीणों को कोई डर महसूस हो. एक नहीं बल्कि अलग-अलग ग्रामीण इस बात की पुष्टि करते नजर आए कि यहां पर कोई ऐसी समस्या नहीं है और हालात सामान्य हैं. कभी नहीं आती आवाज जंगल के पास है मेरा घर गांव की वरिष्ठ महिला शांति सिंह बताती हैं कि इस गांव में न तो कोई महिला रोती है, न ही पुरुष. जिस जंगल का यह वीडियो बताया जा रहा है उनका घर उसी के एकदम करीब है. इस जंगल के आसपास करीब 14- 15 लोगों की आबादी रहती है. उन्होंने कहा कि कभी भी ऐसी कोई घटना नहीं हुई, जिससे उन्हें कोई डर महसूस हो. उन्होंने कहा कि यहां जानवर जरूर आते हैं, लेकिन चुड़ैल वाली बात अफवाह है. बीता बचपन नहीं लगता कोई डर वही गांव की एक  दूसरी महिला ने बताया कि मेरा बचपन यहीं गुजरा. हम लोग आते जाते हैं, लेकिन हम लोगों को कभी कोई ऐसी आवाज सुनाई नहीं दी. यह पूरी तरीके से अफवाह है और अफवाहों पर जोर दिया जा रहा है. वहीं गांव के एक बुजुर्ग रामकुमार यादव बताते हैं कि यहां पर कोई खतरा नहीं है. यहां पर किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है. ग्राम प्रधान ने भी मामले को बताया फर्जी वहीं गांव के प्रधान विनय कुमार बताते हैं कि इस गांव का बताकर यह जो वीडियो वायरल हो रहा है वह पूरी तरीके से फर्जी है. पुलिस की जांच में भी नहीं हुई पुष्टि वहीं अपर पुलिस अधीक्षक हरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मौके पर थाना प्रभारी को भेजा गया था, गहनता से जांच की गई. लेकिन कोई भी मामला ऐसा सामने नहीं आया. यह पूरा मामला सिर्फ अफवाह है और फर्जी है. Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : July 18, 2024, 15:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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