इन टीचर से पढ़ने के बाद बच्चे बन रहे हैं होशियार जीत रहे हैं कई पुरस्कार  

Teacher Day 2024: यूपी की एक टीचर बच्चों के लिए इतनी मेहनत कर रही हैं कि उनकी कहानी हर किसी को इंस्पायर कर रही है.

इन टीचर से पढ़ने के बाद बच्चे बन रहे हैं होशियार जीत रहे हैं कई पुरस्कार  
अमेठी/आदित्य कृष्ण: कुछ शिक्षक अपने काम से खूब वाहवाही लूटते हैं. ऐसा ही कुछ कर रही हैं अमेठी के एक शिक्षका. नाम है गरिमा यादव. उन्हें राज्य पुरस्कार और स्टेट लेवल पर सम्मानित किया जा चुका है. बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के साथ अलग विषय पर पारंगत बनाने में गरिमा यादव ने काफी मेहनत की है. इसी की वजह है कि आज उनका विद्यालय एक सफल विद्यालय के रूप में जाना जाता है. तय समय से ज्यादा कराती हैं पढ़ाई गरिमा यादव यूपी के अमेठी जिले के गौरीगंज तहसील के बेहटा गांव में बतौर प्रधानाध्यापक के तौर पर तैनात हैं. साल 2013 में गरिमा यादव जब विद्यालय में तैनात हुईं, तो यहां पर बच्चों की संख्या शून्य थी. लेकिन गरिमा यादव ने यहां की तस्वीर को बदल दिया. उन्होंने बच्चों को सामान्य विषय में हिंदी, अंग्रेजी और गणित के अलावा आविष्कार के क्षेत्र में भी पारंगत बनाया. बच्चे भी शिक्षा लेने के बाद अलग-अलग प्रोजेक्ट बनाकर आज अपना नाम जिले के साथ प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर रोशन कर रहे हैं. बच्चे जीत चुके हैं कई सारे पुरस्कार गरिमा यादव से पढ़ने के बाद कई बच्चे नाम रोशन कर रहे हैं. जिसमें इलियास खान भी शामिल हैं. वो 8वीं कक्षा के छात्र हैं. वह साइन सिटी गुजरात में आविष्कार प्रदर्शनी में नेशनल लेवल पर जीत चुके हैं. इसके अलावा इन्हें के विद्यालय में पढ़ने वाले शमीम अंकित बाल विज्ञान प्रदर्शनी में स्टेट लेवल पर मिर्जापुर और नोएडा जैसे शहर में अपना परचम लहराया था. बच्चों को रोजगार से जोड़ना है उद्देश्य गरिमा यादव ने लोकल 18 से खास बातचीत में बताया कि उनका उद्देश्य सिर्फ बच्चों को शिक्षित बनाना ही नहीं, बल्कि उन्हें रोजगार से जोड़ना है. बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ आविष्कार क्षेत्र में काम कर सकें और भविष्य में अलग-अलग क्षेत्र में रोजगार हासिल कर सकें. उनका इस पर खास फोकस रहता है. उन्होंने कहा कि उनका प्रयास रहता है कि बच्चे अलग ढंग से पढ़ाई करें. इसलिए वह बच्चों को नए-नए नवाचार से पढ़ाती हैं. बच्चों के साथ गांव की अशिक्षित महिलाओं को भी वह पढ़ाती हैं. जिससे बच्चों का मन पढ़ाई के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी लगा है. उन्होंने कहा बच्चों को जब खेल-खेल में पढ़ाया जाएगा, तो बच्चे आसानी से सभी चीज सीख सकेंगे. उन्होंने कहा कि उनका प्रयास लगातार शिक्षा को बेहतर बनाना है और आगे भी वह इस तरह का काम करती रहेंगी. Tags: Amethi news, Local18FIRST PUBLISHED : September 3, 2024, 16:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed