दीये जलाए घंटियां बजाईं और मलेशिया में क्यों हुआ ऐसा अंतिम संस्कार
दीये जलाए घंटियां बजाईं और मलेशिया में क्यों हुआ ऐसा अंतिम संस्कार
मलेशिया घूमने गई एक महिला सिंकहोल में गिर गई. 9 दिन तक तलाश की गई, लेकिन कुछ पता नहीं चला. अब परिवार ने उसी सिंकहोल पर हिंदू रीति रिवाजों के हिसाब से उनका अंतिम संस्कार कर दिया.
आंध्र प्रदेश की विजयलक्ष्मी फैमिली के साथ मलेशिया घूमने गई. लेकिन कुआलालंपुर में एक बड़ा हादसा हो गया. महिला रास्ते से गुजर रही थी, तभी 26 फीट गहरे सिंकहोल में गिर गई. परिवार ने तलाश की, लेकिन कहीं नहीं दिखी, तो पुलिस को सूचना दी. पुलिस-प्रशासन की टीमों ने 9 दिन तक तक खोजबीन की. ड्रोन लगाए. सीसीटीवी फुटेज खंगाले, सिंकहोल में कैमरे भेजे, लेकिन महिला नजर नहीं आई. थक हारकर पुलिस ने भी जांच बंद कर दी. इसके बाद परिवार ने वहीं पर महिला का अंतिम संस्कार करने का फैसला लिया. घटना वाली जगह पर दीये जलाए, घंटियां बजाईं और वहां की मिट्टी थैली में भरकर भारत आ गए, ताकि उनकी यादें हमेशा साथ रहें.
मलेशियाई मीडिया एस्ट्रो अवाणी की रिपोर्ट के अनुसार, विजयलक्ष्मी के पति, बेटे और बहन 1 सितंबर को उस सिंकहोल पर गए. वहां पर हिन्दू रीति रिवाज से महिला का अंतिम संस्कार किया. उन्होंने तेल के दीये जलाए, घंटियां बजाईं और मिट्टी का एक ढेर इकट्ठा किया. इसमें से कुछ मिट्टी को प्लास्टिक की थैली में रखा और अपने साथ भारत लेकर आए. महिला की न तो लाश मिल पाई और न ही कहीं महिला नजर आई, इसलिए परिवार ने मान लिया कि शायद उनकी मौत हो गई है.
महिला का पता नहीं लगा पाए
मलेशिया सरकार के मंत्री जालिहा मुस्तफा ने कहा, हमने बहुत प्रयास कर लिए, लेकिन महिला का पता नहीं लगा पाए. खोजी कुत्ते लगाए, स्कूबा टीम से तलाश कराई. ड्रोन लगाए, सीसीटीवी कैमरों से छानबनी की, मगर खाली हाथ रहे. इसलिए हम बचाव एवं राहत कार्य बंद कर रहे हैं. सरकार पीड़ित परिवार को मुआवजा देने पर विचार करेगी. शायद 4 सितंबर को होने वाली कैबिनेट मीटिंग पर इस पर आखिरी फैसला ले लिया जाएगा.
अचानक सिंकहोल में गिर गईं
48 साल की विजयलक्ष्मी जालान मस्जिद इंडिया इलाके की एक सड़क से परिवार के साथ गुजर रही थीं, तभी अचानक सिंकहोल में गिर गईं. सोशल मीडिया में एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें विजया लक्ष्मी जैसे ही सड़क किनारे बैठे लोगों के पास से गुजर रही थीं तो अचानक सड़क का एक बड़ा हिस्सा धंस जाता है और वो उसमें समा जाती हैं. सड़क के किनारे बैठे एक शख्स ने उन्हें बचाने की कोशिश भी की लेकिन बचा नहीं पाया.
FIRST PUBLISHED : September 3, 2024, 16:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed