ये है ग्रेटर नोएडा की मशहूर दही भल्ले की दुकान दूर दूर से खाने आते हैं लोग

गर्मी के मौसम में लोग आमतौर पर नाश्ते और खाने के लिए ऐसी चीजें खोजते हैं जो ठंडी हों. ऐसे में अगर ठंडे दही भल्ले खाने को मिल जाएं तो फिर क्या पूछना. ग्रेटर नोएडा में ऐसी ही एक मशहूर दही भल्ले की दुकान है जो काफी फेमस है. तो चलिए हम आपको बताते हैं उस दुकान का पता और उसके दही भल्लों की खासियत.

ये है ग्रेटर नोएडा की मशहूर दही भल्ले की दुकान दूर दूर से खाने आते हैं लोग
धीरेन्द्र कुमार शुक्ला/ग्रेटर नोएडा: गर्मियों के मौसम में ठंडे-ठंडे दही भल्ले खाने का मजा ही कुछ और है। अलग-अलग इलाके की अपनी मशहूर दुकानें होती हैं. आज हम आपको बता रहे हैं ग्रेटर नोएडा की मशहूर दही भल्ले की दुकान. ग्रेटर नोएडा वेस्ट के पंचमुखी विशाल हनुमान मंदिर के पास 10 सालों से आरडीसी नाम की दही भल्ले की दुकान लग रही है. यहां के दही भल्ले का स्वाद बड़ा ही लाजवाब है. इस दुकान के दही भल्ले का स्वाद लेने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं. दुकान पर सुबह से ही दही भल्ले खाने वालों की भीड़ लग जाती है. गर्मी के मौसम में इस दुकान के स्वादिष्ट दही भल्ले खाकर लोग बेहद आनंदित होते हैं. दही भल्ला खाने वाले राजेश कुमार ने बताया कि यहां पर स्वादिष्ट और बेहद ही साफ-सफाई के साथ दही भल्ले परोसे जाते हैं. इससे अच्छा स्वाद ग्रेटर नोएडा में हमें आज तक कभी नहीं मिला. लाजवाब स्वाद के बने दही भल्ले चर्चा आखिर क्यों ग्रेटर नोएडा वेस्ट में मशहूर दही भल्ले की दुकान पंचमुखी हनुमान धाम के पीछे है. दुकान संचालक नेम पाल सिंह ने बताया कि दही भल्ले खाने के लिए हमारी इस दुकान पर दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा और बाहर के भी लोग आते हैं. संचालक का कहना है कि वह बेहद ही साफ-सफाई के साथ ग्राहकों को दही भल्ले खिलाते हैं. दुकान संचालक ने बताया कि वह दही भल्लों में इस्तेमाल होने वाली दही घर पर ही जमाते हैं जिससे कि दही की क्वालिटी बरकरार रहे. इसके अलावा बनाई जाने वाली मीठी चटनी में अनार के दाने डालते हैं और अनार के दानों वाली चटनी को जब दही भल्ले में मिलाते हैं तब उसका स्वाद समझ में आता है कि दही भल्ले खाने का सही मतलब क्या है. दुकानदार दही भल्ले में पड़ने वाले तमाम मसाले भी घर पर ही बनाते हैं जिससे, यहां उनके ग्राहकों को घर जैसा स्वाद मिल सके. दही भल्ले में पड़ने वाला मसाला खुद करते हैं तैयार नेम पाल सिंह बताते हैं कि जब उन्होंने 10 साल पहले इस दुकान की शुरुआत की थी  तो उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. धीरे-धीरे लोगों ने जब स्वाद चखना शुरू किया तो 3 साल बाद 2014 से हमारी दुकान बहुत अच्छे से चल रही है. उन्होंने बताया कि वो मसाला बाहर से खरीद कर नहीं लाते बल्कि मसालों को लाकर उसे खुद सुखाते हैं और उसके बाद उसे पीसते हैं, जिससे स्वाद में कोई कमी ना आए. उनके मुताबिक, इससे साफ-सफाई और स्वाद बरकरार रहता है. Tags: Greater noida news, Local18FIRST PUBLISHED : May 7, 2024, 17:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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