कैंसर की पहचान कर बचा चुके हजारों जान जानिए कौन हैं डॉ मनीष कुमार वार्ष्णेय
कैंसर की पहचान कर बचा चुके हजारों जान जानिए कौन हैं डॉ मनीष कुमार वार्ष्णेय
डॉ मनीष ने कैंसर जैसी लाइलाज बीमारी के क्षेत्र में महारत हासिल की हुई है. पिछले 18 वर्ष से वह लोगों की सेवा कर रहे हैं. उन्होंने अब तक हजारों लोगों की जान बचाई है.
वासीम अहमद /अलीगढ़: डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप माना जाता है. इसका जीता जागता उदाहरण उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में देखने को मिलता है. दरअसल, रामघाट रोड पर स्थित रेक्स डायग्नोस्टिक क्लिनिक चलाने वाले मेडिसिन के डॉक्टर मनीष कुमार वार्ष्णेय लोगों के लिए किसी भगवान से कम नहीं है. वे एक बेहद साधारण परिवार से आते हैं, जो मानव कष्ट को अच्छी तरह समझते हैं. डॉ मनीष कुमार वार्ष्णेय ने अपनी एमबीबीएस और एमडी की डिग्री अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से हासिल की, जिसके बाद वह मानव सेवा में लगे हुए हैं.
जानकारी देते हुए मेडिसिन के डॉक्टर मनीष कुमार वार्ष्णेय बताते हैं कि उन्होंने 1994 में MBBS में एडमिशन लिया. फर्स्ट अटेम्प्ट में ही उनका नाम सिलेक्शन टॉप टेन की लिस्ट में शामिल था. देश के सर्वश्रेष्ठ कॉलेज में शामिल अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में उनका सिलेक्शन हुआ. यहां एडमिशन होना बहुत मुश्किल है. क्योंकि, पूरे भारत देश में यही एक ऐसा कॉलेज है, जहां रिजर्वेशन नहीं है. वह बहुत ही साधारण परिवार में रहे हैं. उनके पिताजी का छोटा सा दवाइयां का काम था. 30 वर्ष से उनकी एक छोटी सी दवा की दुकान थी.
बचपन से ही डॉक्टर बनने का सपना
1994 के समय में उन्होंने देखा कि डॉक्टर को सम्मान के साथ भगवान का दर्जा भी दिया जाता है. इस बात से प्रेरित होकर उन्होंने डॉक्टरी की पढ़ाई की. आगे उन्होंने बताया कि उनके जीवन में एक केस ऐसा आया, जो उनके दोस्त के पिता का था. उन्हें एक बेहद गंभीर बीमारी थी और यहां पर उनका डायग्नोसिस नहीं हो पा रहा था. तब डॉक्टर मनीष ने उनका डायग्नोसिस किया. इस दौरान उनको बताया कि आपको कैंसर है और इलाज के लिए दिल्ली चले जाएं. वहां डायग्नोसिस हुआ तब पता चला कि उनकी डायग्नोसिस बिल्कुल सही थी. यह जानकर उन्हें बेहद खुशी हुई. उनका कहना है कि वह उनके जीवन की कामयाबी का अहम हिस्सा था. इससे उनका कॉन्फिडेंस और बढ़ गया. क्योंकि, यह एक बहुत मुश्किल केस था. आगे उन्होंने बताया कि डॉक्टर को दवाई देना बहुत आसान है. लेकिन, उसे बीमारी का पता लगाना बीमारी का डायग्नोसिस करना उतना ही मुश्किल होता है. क्योंकि, कैंसर जैसी घातक बीमारी का डायग्नोसिस बहुत ही योग्य और कम चिकित्सक बना पाते हैं.
कैंसर जैसी बीमारी के क्षेत्र में महारत हासिल
डॉ मनीष ने कैंसर जैसी लाइलाज बीमारी के क्षेत्र में महारत हासिल की हुई है. पिछले 18 वर्ष से वह लोगों की सेवा कर रहे हैं. डॉ मनीष ने अब तक हजारों लोगों की जान बचाई है. इनको कैंसर जैसी लाइलाज बीमारी को पहचानने में महारत हासिल है. बीमारी को पहचानते ही वह उसका ट्रीटमेंट देते हैं, जिससे बड़ी संख्या में लोगों को फायदा पहुंचा है.
Tags: Aligarh news, Local18, Medical18FIRST PUBLISHED : May 13, 2024, 17:25 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed