यूपी के इस गांव में वाल्मीकि समाज के लोगों ने घर बिकाऊ हैं के लगाए पोस्टर

ग्रामीण संजय कुमार ने बताया कि यहां पर हमारा रास्ता रोक दिया गया है, निकलने के लिए गांव के ही कुछ दबंग लोग हैं. कुछ दूसरे गांव के भी हैं. तो हमें निकलने के लिए रास्ता मिल जाए तो हमें झगड़े से कोई मतलब नहीं है.

यूपी के इस गांव में वाल्मीकि समाज के लोगों ने घर बिकाऊ हैं के लगाए पोस्टर
वसीम अहमद /अलीगढ़. वोट न देने पर वाल्मीकि समाज ने प्रधान पति पर रास्ता ब्लॉक करने का लगाया आरोप लगाया है. जिसके बाद उन्होंने घर के बाहर मकान बिकाऊ है का पोस्टर लगाया है. दरअसल अलीगढ़ के गोंडा थाना क्षेत्र के गांव नगला बलराम में वाल्मीकि समाज के लोगों ने अपने घर के बाहर दबंगों के डर से मकान बिकाऊ है के पोस्टर लगा रखे हैं. उनका आरोप है कि गांव के दबंग प्रधान पति ने उनका रास्ता ब्लॉक कर रखा है. क्योंकि वह वोट न देने के कारण उनसे दुश्मनी रखता है. कई बार बड़े अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन उनका रास्ता नहीं खुला. हार कर वह अपना मकान बेचकर यहां से जाना चाहते हैं. मामले पर एसडीएम का कहना है कि प्रकरण संज्ञान में आया है और टीम बनाकर इसका जल्द ही निस्तारण किया जाएगा. दरअसल गोंडा थाना क्षेत्र के गांव नगला बलराम में वाल्मीकि समाज के कुछ परिवार रहते हैं. गांव में प्रधान ओमवती देवी हैं. उनके पति सत्यवीर सिंह हैं. वाल्मीकि समाज के लोगों का कहना है कि प्रधान पति सत्यवीर सिंह वोट न देने के कारण उनसे रंजिश रखता है और इस कारण उसने वाल्मीकि समाज के रास्ते को बंद कर रखा है. करीब 11 मीटर का रास्ता जिस पर गड्ढा बना हुआ है, वह उसने नहीं बनवाया. जिसकी वजह से वाल्मीकि समाज के लोगों के घरों का रास्ता मुख्य सड़क से कटा हुआ है. काफी जगह शिकायत करने के बाद जब कोई हल नहीं निकला, तो वाल्मीकि समाज के लोगों ने गांव में मकान बिकाऊ है के पोस्टर लगा दिए. वाल्मीकि समाज के लोगों का कहना है कि प्रधान पति पुलिस प्रशासन में ऊंची पहुंच के चलते गांव में दबंगई करता है. रास्ता न बनने के कारण वाल्मीकि समाज के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीण संजय कुमार ने बताया कि यहां पर हमारा रास्ता रोक दिया गया है, निकलने के लिए गांव के ही कुछ दबंग लोग हैं. कुछ दूसरे गांव के भी हैं. तो हमें निकलने के लिए रास्ता मिल जाए तो हमें झगड़े से कोई मतलब नहीं है.  रास्ता नहीं है गड्ढे टाइप में बना हुआ है. हमने इसकी शिकायत कर रखी है. 2023 में भी की थी, कई बार शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. ग्रामीण धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि मकान इसलिए बेच रहे हैं कि 1 साल हो गए गए प्रधान कहता है कि मैं इस रास्ते को नहीं बनवाऊंगा और जाति सूचक गालियां देते हुए कहा कि तुमने मुझे वोट नहीं दिया है, इसलिए यह रास्ता नहीं बनेगा. बताया कि वहां दीवार लगा दी इंटरलॉकिंग कर दी ताकि हरिजन आबादी कट जाए. प्रधान के चाचा जी है उनका यह खेत है जो वह पट्टे पर करते हैं. उसका साथ दे रहे हैं.उनके शासन प्रशासन में पहुँच है. हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. 1 साल से घूम रहे हैं एसडीएम, डीएम, तहसीलदार कमिश्नर सबको एप्लीकेशन दे चुके हैं लेकिन किसी ने कोई सुनवाई नहीं की. घर पर आते हैं जाति सूचक शब्द बोलते हैं. मामले पर एसडीएम शाश्वत त्रिपुरारी ने बताया कि यह मामला अभी संज्ञान में आया है. इसको हमें अवगत कराया गया है कि इस तरह की शिकायत आ रही है. इसमें हमने नायाब तहसीलदार की अध्यक्षता में टीम गठित कर दी है और उनको आदेशित किया गया है कि आज ही वह मौके पर जाकर नियमानुसार इसका निस्तारण करें. Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : September 3, 2024, 13:50 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed