अलीगढ़ की विरासत है यहां का ताला जानें 400 किलो के ताले की खासियत
अलीगढ़ की विरासत है यहां का ताला जानें 400 किलो के ताले की खासियत
अलीगढ़ शहर में 30 ग्राम से लेकर 400 किलो तक के ताले मौजूद हैं. 1870 में एक ब्रिटिश व्यापारी ने यहां आकर ताले की एक छोटी सी फैक्ट्री खोली थी. शुरू में ताले के पार्ट्स इंग्लैंड से मंगा कर इस्तेमाल किए जाते थे. बाद में सारे पार्ट्स और ताले अलीगढ़ में तैयार होने लगे.
वसीम अहमद/अलीगढ़ः उत्तर प्रदेश का अलीगढ़ जिला ताला और तालीम के लिए जाना जाता है. इस शहर में 30 ग्राम से लेकर 400 किलो तक के ताले मौजूद हैं. 1870 में एक ब्रिटिश व्यापारी ने यहां आकर ताले की एक छोटी सी फैक्ट्री खोली थी. शुरू में ताले के पार्ट्स इंग्लैंड से मंगा कर इस्तेमाल किए जाते थे. बाद में सारे पार्ट्स और ताले अलीगढ़ में तैयार किए जाने लगे.
जैसे-जैसे तालों की डिमांड बढ़ने लगी, वैसे-वैसे यहां के ताले देश भर में फेमस होने लगे. शुरुआती दौर में यहां सिर्फ हैंडमेड ताले बनाए जाते थे. वक्त बदलता गया और बदलते वक्त के साथ-साथ अलीगढ़ में ताला बनने की टेक्नोलॉजी भी बदलने लगी. आज के दौर में अलीगढ़ में ऑटोमेटिक मशीनों से बने हजारों प्रकार के ताले उपलब्ध हैं.
विश्व में मशहूर हैं अलीगढ़ के ताले
अलीगढ़ में आज लगभग 5000 ताला बनाने की फैक्ट्रियां हैं. इन फैक्ट्रियों में हजार से ज्यादा वैरायटी के ताले तैयार किए जाते हैं. इन तालों को विदेशों में भी एक्सपोर्ट किया जाता है. अलीगढ़ की एक बड़ी आबादी ताले के कारोबार पर निर्भर करती है.
130 साल पुराना है तालों का इतिहास
ताला कारोबारी दीपक खंडेलवाल बताते हैं कि अलीगढ़ का ताला विश्व भर में विख्यात है. यहां के तालों का इतिहास करीब 130 वर्ष पुराना है. शुरू में यहां ताले हाथों से बनाए जाते थे. उस समय सिर्फ यहां पडलॉक बनता था. वक्त के साथ टेक्नोलॉजी चेंज होती गई, नई-नई टेक्नोलॉजी आती गई. नए-नए तरीके के ताले डेवलप होने लगे. आज की तारीख में अलीगढ़ में ताले की तकरीबन 5000 फैक्ट्रियां हैं जो इस ताला उद्योग में लगी हुई हैं.
बढ़ रहा है ताले का कारोबार
आज की डेट में अलीगढ़ में पेडलॉक, साइकिल लॉक, मॉडिस लॉक, ऑटोमेटिक डोर लॉक इत्यादि डिफरेंट टाइप के ताले बनते हैं, जो विश्व भर में फेमस हैं. आज ऑटोमेटिक मशीनों से ताले बनने पर ज्यादा एक्यूरेसी आती है, ज्यादा फिनिशिंग और ज्यादा खूबसूरती उभरती है. साथ ही पहले के मुकाबले अलीगढ़ के ताले आज ज्यादा मजबूत हैं.
Tags: Aligarh news, Local18FIRST PUBLISHED : August 4, 2024, 14:20 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed