इमरान खान ने खुद पर हुए हमले के लिए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ समेत तीन लोगों को जिम्मेदार ठहराया. बकौल इमरान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और सेना से मेजर जनरल फैसल नासिर ने उनकी हत्या की साजिश रची थी.
पाकिस्तान में मामला अब आरपार का दिख रहा है. 3 नवम्बर गुरुवार को वजीराबाद में सरकार के खिलाफ मार्च निकाल रहे पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर तथाकथित रूप से जानलेवा हमला हुआ जिसमें आरोपों के मुताबिक हमलावर ने इमरान को निशाना बना कर फायरिंग कर दी. गोली इमरान के पैर में लगी और भड़के समर्थकों ने पूरे पाकिस्तान में जगह जगह विरोध प्रदर्शन किये. खास बात ये है कि इस बार निशाने पर ना केवल विरोधी राजनीतिक दल रहे बल्कि सेना के बड़े अधिकारी भी इसकी जद में आ गये.
हमले के बाद इमरान खान लाहौर के शौकत खानम अस्पताल में भर्ती हुए और वहां से देश को संबोधित करते हुए लम्बी चौड़ा भाषण देते हुए कहा कि “अल्लाह ने उन्हें दूसरी जिंदगी बख्शी है और वो झुकने वाले नहीं है, आगे भी पाकिस्तानियों के हक-ए-आजादी के लिए लड़ते रहेंगे.” इमरान खान ने खुद पर हुए हमले के लिए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ समेत तीन लोगों को जिम्मेदार ठहराया. बकौल इमरान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और सेना से मेजर जनरल फैसल नासिर ने उनकी हत्या की साजिश रची थी.
मुझे बदनाम करने के लिए कई हथकंडे अपनाए गए- इमरान खान
साज़िश के बारे में बताते हुए इमरान खान ने कहा कि उनकी हत्या करने का तरीका ठीक वैसा ही है जिन तरीकों से पंजाब के पूर्व राज्यपाल सलमान तासीर का क़त्ल किया गया था. इमरान के मुताबिक ‘उन लोगों ने’ सबसे पहले मज़हब का इस्तेमाल करते हुए आम जनता में ये अफवाह बड़े तौर पर फैलाई कि मैने ईशनिंदा की है. मुझे बदनाम करने के लिए हर हथकंडे अपनाया गया, मेरे सहयोगियों को टॉर्चर किया गया, छवि ख़राब करने के लिए गंदे वीडियोज का इस्तेमाल किया गया. इमरान ने ये भी कहा कि “जब तक ये तीनों शहबाज शरीफ, राणा सनाउल्लाह और जनरल फैसल इस्तीफा नहीं देते तब तक हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा.” लेकिन कहानी इतनी सीधी सपाट नहीं है.
पाकिस्तान के गृह मंत्री ने पीटीआई के दावे को बताया झूठ
पाकिस्तान के गृह मंत्री राना सनाउल्लाह ने इमरान के दावों की हवा निकालते हुए कहा, ‘इमरान के चोटिल होने की कहानी झूठी है, उनको चार गोलियां लगने की कहानी भी फर्जी है, जांच से पता चला है कि आरोपी हमलावर नवीद नशे का आदी है और उसके बयान बार-बार बदल रहे हैं.’ इमरान की पार्टी के अधीन काम कर रही राज्य पुलिस के रवैये पर सवाल उठाते हुए गृह मंत्री राना सनाउल्लाह ने इस बात पर भी हैरानी जताई कि इतने बड़े मामले की अभी तक प्राथमिकी भी दर्ज नहीं की गयी.
बहुत सारे सवाल अभी भी सामने
मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी गजनफर शाह का जवाब सुनकर आप हैरान हो जायेंगे क्यूंकि इस बाबत जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि, ‘एफआईआर के लिए अभी तक आवेदन प्राप्त नहीं हुआ था इसलिए केस दर्ज नहीं किया गया.’ वरिष्ठ पाकिस्तानी पत्रकार नज़म सेठी कहते है कि इस मामलें में बहुत सारे सवाल हैं जो संदेह खड़ा कर रहे हैं जैसे इमरान ने पहले कहा कि उन पर हमला होगा, हमला हुआ और उस राज्य में हमला हुआ जहाँ उनकी पार्टी की सरकार है, हमला भी ऐसा जो बहुत “अपरिपक्व” था और हमला नाकाम भी हुआ.
PTI लगा रही है गंभीर आरोप
इमरान की पार्टी PTI की तरफ से ये भी थ्योरी चलायी जा रही है कि ये हमला “स्टेबलिशमेंट” की तरफ से चेतवानी है कि अपनी हद में रहो. PTI के हवाले से बाते सामने आ रही हैं कि इस हमले का मकसद ये बताना है की हम जब चाहें तुम्हे ख़त्म कर सकते हैं इसीलिए आर्मी को निशानें पर लेना छोड़ दो. इमरान ने जिन लोगों पर आरोप लगाया उनमें से एक सेना के काउंटर-इंटेलीजेंस के प्रमुख मेजर जनरल फैसल नसीर का नाम भी है. जाहिर सी बात है कि टीम इमरान अब खुल कर सेना को निशाने पर ले रही है.
सेना ने इमरान के आरोप को बताया बेबुनियाद
सेना ने भी मीडिया में बयान जारी करते हुए कहा कि इमरान खान ने जो आरोप लगाए हैं, वह पूरी तरह अस्वीकार्य और अवांछित है. सारे इल्जाम बेबुनियाद और गैर-जिम्मेदाराना हैं और तो और सेना ने शरीफ सरकार से कहा है कि वह मामले के एक एक पहलू की जांच कराए और बिना किसी सबूत के झूठे आरोप लगाकर सेना को बदनाम करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करे.
इमरान के लिए हमला संजीवनी!
वहीं बहुत सारे विशेषज्ञ इमरान के लिए इसे चेतावनी नहीं बल्कि संजीवनी मान रहे हैं. करीब 4 साल के शासन में इमरान खान ने पाकिस्तान का बेडा गर्क कर दिया था. महंगाई और बेरोज़गारी ने आम पाकिस्तानी की कमर तोड़ दी. इमरान की अपनी पार्टी के नेताओं को लगने लगा कि उनका दुबारा जीत कर आना असंभव है तो तख्ता पलट हो गया. लेकिन जब से नयी सरकार बनी तब से इमरान खान न इमोशनल कार्ड जम कर खेल रहे हैं. चूंकि काम के नाम पर गिनाने लायक उनके पास चार साल में कुछ भी नहीं है इसीलिए वो जन भावनाओं को भड़काने के फार्मूले पर काम कर रहे हैं.
एंटी अमेरिका सेंटिमेंट को इमरान ने उछाला
सबसे पहले “एंटी अमेरिका सेंटिमेंट” को ये कहते हुए उछाला कि पाकिस्तान को शरीफ सरकार ने गुलाम बना कर रखा है. यहाँ तक की इस चक्कर में कई बार वो भारत की तारीफ कर गए. फिर उन्होंने संस्थाओं को निशाने पर लेना शुरू किया. कभी वो पाकिस्तान के चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हुए कहाते हैं कि ‘इलेक्शन कमीशन पीटीआई को हराने के लिए मौजूदा सरकार के साथ मिला हुआ है. तो कभी अदालतों पर सवाल उठाते आये हैं.
इमरान ने ISI और जनरल बाजवा पर लगाया आरोप
अब इमरान ने ISI और जनरल बाजवा पर भी तीखे आरोप लगाते हुए पाकिस्तानी सेना को भी निशाने पर ले लिया है. ऐसे में अब उन पर जो तथाकथित हमला हुआ है वो उनके लिए “संजीवनी” का काम कर सकता है. ऐसे में सवाल बना हुआ है कि इमरान पर ये हमला क्या उनकी कमज़ोर पड़ चुकी राजनीतिक मुहिम के लिए संजीवनी साबित होगा या फिर ये वाकई कायदे में रहने की चेतावनी है लेकिन इतना तय है कि इस घटना ने पाकिस्तान में गृहयुद्ध जैसे हालात खड़े कर दिये हैं. दिलचस्प ये है कि इस बार निशाने पर पाकिस्तान में अब तक सर्वशक्तिमान रही सेना भी आ गयी है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी|
Tags: Imran khan, PakistanFIRST PUBLISHED : November 06, 2022, 23:35 IST