उम्र से ज्यादा बार खून दे चुके विष्णु टीम में कई रक्तदान वीर चलाते हैं मुहिम
उम्र से ज्यादा बार खून दे चुके विष्णु टीम में कई रक्तदान वीर चलाते हैं मुहिम
विष्णु ने बताया कि जिस अस्पताल में उनकी नानी का इलाज चल रहा था, वहां के डॉक्टर ने उनसे कहा कि तुम्हारे पास लड़कों की काफी संख्या है. ऐसे में तुम लोगों को रक्तदान के लिए जागरूक क्यों नहीं करते. डॉक्टर की बात का विष्णु के ऊपर गहरा असर हुआ है.
आगरा: बेलनगंज के भैरो बाजार की एक गली से शुरू हुई मुहिम ने अब तक हजारों लोगों की जान बचाने का काम किया है. जीवन किरण संस्था के अध्यक्ष विष्णु कटारा कहते हैं कि एक समय था जब भैरो बाजार के करीब 50 घर में एक या दो रक्तदाता मौजूद रहते थे. जो कभी भी किसी को भी रक्तदान करने के लिए तैयार रहते थे. मित्र मंडली के साथ शुरू की गई रक्तदान की मुहिम आज तक हजारों परिवार को नया जीवन दे चुकी है. ये टीम 24 घंटे, 365 दिन रक्तदान के लिए उपलब्ध रहती है.
बेलनगंज के भैरो बाजार निवासी विष्णु कटारा के अनुसार वर्ष 1979 में जब वे 16 वर्ष के थे. तब उनकी नानी को बीमारी के चलते रक्त की आवश्यकता हुई. कई रिश्तेदारों से कहा गया लेकिन सबने मना कर दिया. विष्णु की मित्र मंडली में करीब 15 से 20 लड़के थे. वह सभी को लेकर अस्पताल पहुंच गए. ब्लड सैंपल लिया गया तो एक लड़के का रक्त उनकी नानी से मेल खा गया. ऐसे में उनकी नानी की जान बच गई.
डॉक्टर की सलाह पर शुरू की रक्तदान की मुहिम
विष्णु ने बताया कि जिस अस्पताल में उनकी नानी का इलाज चल रहा था, वहां के डॉक्टर ने उनसे कहा कि तुम्हारे पास लड़कों की काफी संख्या है. ऐसे में तुम लोगों को रक्तदान के लिए जागरूक क्यों नहीं करते. डॉक्टर की बात का विष्णु के ऊपर गहरा असर हुआ है. इसके बाद उन्होंने अपने दोस्तों से इस बारे में बात की. जीवन किरण नाम की संस्था बनाई और रक्तदान करने का अभियान शुरू कर दिया. साथ ही लोगों को इसके लिए जागरूक भी करने लगे.
उम्र से ज्यादा कर चुके हैं रक्तदान!
विष्णु ने बताया कि वर्ष 1981 में वह 18 वर्ष के हो गए, तो उन्होंने भी रक्तदान करना शुरू कर दिया. अब उनकी उम्र करीब 60 वर्ष है. अब तक करीब 70 से ज्यादा बार रक्तदान कर चुके हैं. इनका अभियान इतना सफल हुआ कि भैरो बाजार की जिस गली में वह रहते थे. वहां मौजूद 50 घरों में हर घर में एक व्यक्ति रक्तदाता था. जब भी किसी को रक्त की जरूरत होती थी, तो हमेशा तैयार रहता था. हालांकि अब कई लोग यहां से कही और चले गए है. हर वर्ष में करीब तीन बार रक्तदान शिविर का संस्था द्वारा आयोजन किया जाता है. इसमें कोई हिस्सा ले सकता है. इसके लिए कोई भी फॉर्म या पंजीकरण नहीं करना होता है.
एक का रक्तदान चार की बचाएगा जान
विष्णु का कहना है कि हर व्यक्ति को रक्तदान करना चाहिए. 3 महीने में एक बार रक्तदान करने से शारीरिक परेशानी भी नहीं आती. इसके साथ ही आपका रक्त चार लोगों की जान बचाने का काम करता है. सड़क दुर्घटनाओं में इजाफा होने के चलते रक्त की आवश्यकता भी बढ़ गई है. हम जब तक रक्तदान को बढ़ावा नहीं देंगे, तमाम लोग इसकी कमी से जूझते रहेंगे. और न जाने कितने अपनी जान गवा देंगे.
Tags: Agra news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : June 14, 2024, 11:47 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed