बच्चों कीखालऔर कटे हाथों को लेकर यहां हुआ ऐसा कैटवॉक कि सब हो गए अचंभित

जो लोग मानव शिशुओं की त्वचा से बना कोट खरीद के बारे में सोच भी नहीं सकते. ऐसे लोग गाय, भैंस या अन्य जानवरों की चमड़ी से बना कोट या सामान भला कैसे पहन व इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके उत्पादन में बहुत से निर्दोष जीव जंतुओं और पशुओं को मौत के घाट उतार दिया जाता है.

बच्चों कीखालऔर कटे हाथों को लेकर यहां हुआ ऐसा कैटवॉक कि सब हो गए अचंभित
आगरा. चमड़े के बढ़ते इस्तेमाल को लेकर आगरा के लाल किले पर एक युवती ने अनोखा प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन को देखकर लोग हैरत में पड़ गए. दरअसल, पीपल ऑफ द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ़ एनिमल्स यानी PETA इंडिया की समर्थक प्रियंका ने बेबी डॉल, खिलौने, गुड़िया के हाथ पैर और सिर को सजा हुआ कॉस्ट्यू पहनकर प्रदर्शन किया. प्रियंका के इस अजीबो—गरीब पहनावे को देखकर आगरा किला घूमने आए देसी विदेशी सैलानी भी असमंजस में पड़ गए. प्रियंका ने आगरा किले के सामने उसी ड्रेस में कैटवॉक किया और लोगों को चमड़े का इस्तेमाल न करने औ एनिमल क्रुएलिटी के बारे में जागरूक किया. निर्दोष जीवों मारकर बनती हैं चमड़े के उत्पाद इस दौरान पेटा इंडिया के कैंपेन कोऑर्डिनेटर उत्कर्ष गर्ग ने लोकल 18 को बताया कि कहा जो लोग मानव शिशुओं की त्वचा से बना कोट खरीद के बारे में सोच भी नहीं सकते. ऐसे लोग गाय, भैंस या अन्य जानवरों की चमड़ी से बना कोट या सामान भला कैसे पहन व इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके उत्पादन में बहुत से निर्दोष जीव जंतुओं और पशुओं को मौत के घाट उतार दिया जाता है. PETA इंडिया हर किसी को केवल वीगन चमड़े या प्राकृतिक स्रोतों सिंथेटिक पशु मुक्त सामग्री से बने प्रोडक्ट को चुनने और अपनी अलमारी से जानवरों की खाल से बनी वस्तुओं को हटाने के लिए अपील करता है. आगरा है चमड़े का गढ़ यहीं से हो शुरुआत PETA की मेंबर प्रियंका ने लोकल 18 को बताया कि उन्होंने आगरा किले के सामने बेबी डॉल, गुड्डे—गुड़िया और प्लास्टिक से बने खिलौने के हाथ पैर सिर से बना कोट पहनकर यह मैसेज दिया है कि आम जिंदगी में हम जो चमड़े की बनी वस्तुओं का इस्तेमाल करते हैं. कोट पहनते हैं,बेल्ट या पर्स खरीदते हैं. वह भी किसी जानवर के बच्चे की खाल से बना हुआ है. उनको भी उतना ही दर्द होता है, जितना इंसानों को. इसीलिए PETA इंडिया के साथ मिलकर वह लेदर को बैन करने की मुहिम में लगी हुई हैं. इसकी शुरुआत आगरा से होनी चाहिए क्योंकि आगरा लेदर का एक बड़ा हब है. Tags: Agra latest news, Agra news, Local18FIRST PUBLISHED : May 11, 2024, 09:07 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed