सड़क पर घूम रही थी 700 KM दूर से आई लड़की पुलिस ने पूछा - कौन हो

Bangladesh Human Trafficking: बांग्‍लादेश से लगती सीमा तस्‍करी को लेकर काफी संवेदनशील है. बॉर्डर पर सुरक्षा के तगड़े इंतजाम के बावजूद स्‍मगलिंग के मामले सामने आते रहते हैं. मानव तस्‍करी की घटनाओं ने सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़ा दी है.

सड़क पर घूम रही थी 700 KM दूर से आई लड़की पुलिस ने पूछा - कौन हो
भुवनेश्वर. ओडिशा पुलिस ने संदिग्ध रूप से तस्करी कर लाई गई एक बांग्लादेशी नाबालिग लड़की को कटक में रेस्‍क्‍यू किया है. पुलिस ने नाबालिग की संभावित मानव तस्करी के मामले की जांच शुरू कर दी है. कटक के DCP जगमोहन मीणा ने रविवार को को बताया कि नाबालिग लड़की लिंक रोड पर घूमती हुई मिली थी और उसे 9 नवंबर को बचाया गया था. उन्होंने बताया कि बाद में पुलिस ने उसे चाइल्‍ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) को सौंप दिया. डीसीपी ने कहा कि नाबालिग के पास भारत यात्रा के संबंध में कोई वैलिड डॉक्‍यूमेंट नहीं है. सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष प्रमोद कुमार आचार्य ने कहा कि 16 वर्षीय नाबालिग लड़की को अगस्त-सितंबर के आसपास ढाका से कोलकाता लाया गया और फिर भुवनेश्वर ले जाया गया. काउंलिंग के बाद सीडब्ल्यूसी को पता चला कि नाबालिग भुवनेश्वर में एक मसाज पार्लर में काम करती थी और उसे वेश्यावृत्ति में धकेल दिया गया था. बाद में वेतन न मिलने पर वह मसाज पार्लर से भाग गई और कटक में इधर-उधर धूमती हुई पाई गई. पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीडब्ल्यूसी ने पुलिस को रिपोर्ट सौंप दी है, जिसके आधार पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं, पॉक्सो एक्‍ट की धारा छह और अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम (आईटीपी) की धारा पांच के तहत मामला दर्ज किया गया है. नाबालिग पर अत्‍याचार डीसीपी ने बताया कि रिपोर्ट में कहा गया है कि नाबालिग की उम्र करीब 16 साल है. वह कथित तौर पर बांग्लादेश से नौकरी के झूठे वादे पर यहां आई थी. बाद में उसे वेश्यावृत्ति में धकेल दिया गया. अब कटक पुलिस ने नाबालिग को रेस्‍क्‍यू किया है. फिलहाल पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि वह किन रास्‍तों से बांग्‍लादेश से भारत पहुंची. बांग्‍लादेश में उसका घर कहां है. एड्रेस का पता चलने और कानूनी प्रक्रियाओं के पूरा करने के बाद उसे डिपोर्ट किया जा सकता है. स्‍म‍गलिंग का अड्डा बता दें कि कुछ दिनों पहले कफ सिरप की तस्‍करी का मामला सामने आया था. भारत से बड़ी संख्या में बांग्लादेश के लिए कफ सिरप की तस्करी किए जाने की बात सामने आई थी. भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर तस्करी की कोशिश करते हुए पकड़े गए तस्करों ने बीएसएफ अधिकारियों को बताया कि भारतीय कफ सिरप का बांग्लादेश में कई तरह से इस्तेमाल किया जा रहा है. यह खांसी सही करने के लिए तो है ही, साथ ही कुछ लोग इसे नशा करने के लिए भी पी रहे हैं. इससे पश्चिम बंगाल के रास्ते बड़ी संख्या में भारत से बांग्लादेश के लिए कफ सिरप की स्मगलिंग की जा रही है. Tags: Human Trafficking Case, Odisha newsFIRST PUBLISHED : November 24, 2024, 23:48 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed