धान की फसल में 20 दिन बाद करें ये छोटा सा कामखत्म हो जाएंगे खरपतवार
धान की फसल में 20 दिन बाद करें ये छोटा सा कामखत्म हो जाएंगे खरपतवार
कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में तैनात कृषि एक्सपर्ट डॉ. एनसी त्रिपाठी ने बताया कि धान की फसल में ज्यादा पानी की आवश्यकता होती है. ऐसे में धान की फसल के साथ खरपतवार भी उग आते हैं.यह खरपतवार धान के पौधों की बढ़वार को प्रभावित करते हैं. जिसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ता है.
शाहजहांपुर: खरीफ की फसल धान की रोपाई हो चुकी है. इस समय धान की फसल में कल्ले निकलने का समय चल रहा है, लेकिन धान की फसल के साथ-साथ बहुत से खरपतवार भी खेत में स्वयं उग आते हैं. यह खरपतवार धान के पौधों की बढ़वार को प्रभावित करते हैं. जिसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ता है.
कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में तैनात कृषि एक्सपर्ट डॉ. एनसी त्रिपाठी ने बताया कि धान की फसल में ज्यादा पानी की आवश्यकता होती है. ऐसे में धान की फसल के साथ खरपतवार भी उग आते हैं. यह खरपतवार फसल के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं. धान की फसल को दिए जाने वाले उर्वरक और पोषक तत्व भी ले लेते हैं. जिससे धान के पौधों की बढ़वार अच्छे से नहीं हो पाती. ऐसे में जरूरी है कि धान के फसल में खड़े खरपतवारों को समय पर नष्ट किया जाए.
ऐसे करें दवा का छिड़काव
डॉ. एनसी त्रिपाठी ने बताया कि खरपतवारों को नष्ट करने के लिए रासायनिक तरीका भी अपनाया जा सकता है. जिसके लिए Bispyribac Sodium 10% SC नाम का खरपतवार नाशक को 100 लीटर से 110 लीटर पानी में घोल बनाकर एक एकड़ में छिड़काव कर दें. खरपतवार नाशक का छिड़काव धान की रोपाई के 18 से 20 दिनों के मध्य कर देना चाहिए, अन्यथा की स्थिति में खरपतवार बड़े हो जाते हैं और उनको नष्ट करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है.
निराई- गुड़ाई भी है कारगर
रासायनिक तरीके के अलावा खरपतवारों को नष्ट करने के लिए निराई- गुड़ाई भी की जा सकती है. जिसमें किसान श्रमिक लगाकर धान की फसल में खड़े खरपतवार को खुरपी से खोद कर फसल से बाहर निकाल सकते हैं. ऐसा करने से धान के पौधों की बढ़ावार बेहतर होती है और कल्लों की संख्या भी तेजी से बढ़ती है. जिससे धान का उत्पादन भी बढ़ेगा.
Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : August 3, 2024, 17:29 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed