27 मौत के बाद भी नहीं सुधरे फायर विभाग के चीफ NOC के ल‍िए मांगे 3 लाख फ‍िर

राजकोट के गेमिंग जोन में आग की घटना को बीते अभी ढंग से 2-3 महीने नहीं हुए कि फायर विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आ रही है. दरअसल, गेमिंग जोन में आग लगने से 27 लोगों की मौत हो गई थी. यहां पर फायर फाइटिंग इक्विपमेंट नहीं था, पर विभाग की ओर से एनओसी दे दी गई थी. सोमवार को कुछ ऐसा ही करते हुए गिरफ्तार हुए हैं, डिपार्टमेंट नए चीफ.

27 मौत के बाद भी नहीं सुधरे फायर विभाग के चीफ NOC के ल‍िए मांगे 3 लाख फ‍िर
राजकोट. गुजरात के राजकोट के मई में एक गेमिंग जोन में भीषण आग लगने से 27 लोगों की मौत हो गई थी. इसमें न केवल गेमिंग जोन की प्रबंधन की लापरवाही सामने आई थी, बल्कि राजकोट फायर डिपार्टमेंट की संलिप्तता भी पाई गई थी. इस घटना के बाबत, फायर डिपार्टमेंट के दो अधिकारियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. मामला अभी ठंडा हुआ नहीं था कि सोमवार को एंटी करप्शन टीम ने फायर डिपार्टमेंट के इनचार्ज चीफ को घूस लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया. राजकोट फायर डिपार्टमेंट के दो अधिकारी ‘गेमिंग जोन फायर केस’ में पहले से ही जेल में है. अब सोमवार को एक डिपार्टमेंट के नए प्रभारी अनिल मारू ने ज्वाइनिंग के ठीक 45 दिन बाद ही फायर-फाइटिंग इक्वीपमेंट के लिए एनओसी देने के लिए 1 लाख 80 हजार का घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार हुए हैं. एंटी करप्शन टीम ने गिरफ्तार किया है. टीम ने खुलासा किया कि मारू ने 3 लाख रुपये घूस के रूप में मांगे थे. आपको बताते चलें कि 25 मई को गेमिंग जोन में आग लगने की वजह से 27 लोगों ने जान गंवा दी थी. इनमें बच्चों की संख्या ज्यादा थी. जांच में पाया गया कि वहां पर फायर फाइटिंग इक्वीपमेंट थे ही नहीं, मगर उनको फायर डिपार्टमेंट की ओर से एनओसी दी गई थी. जांच फायर विभाग तक पहुंची और उनके दो चीफ ऑफसर इलेश खेर और डिप्टी चीफ फायर ऑफसर भीखा थेबा को गिरफ्तार किया गया था. थेबा पर अवैध संपत्ति का भी केस चल रहा है. उसके पास करीब 80 लाख की संपत्ति है, जकि उसके सोर्स ऑफ इनकम से 79% से ज्यादा है. Tags: Fire Department, GujaratFIRST PUBLISHED : August 13, 2024, 11:27 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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