जहां साल में एक बार ठहरते हैं भारत के राष्ट्रपति वहां का झंडा है बहुत खास
जहां साल में एक बार ठहरते हैं भारत के राष्ट्रपति वहां का झंडा है बहुत खास
भारत के राष्ट्रपति साल में कम से कम एक बार अवश्य इस भवन में ठहरते हैं. 90 एकड़ के क्षेत्रफल में फैला है यह भवन. हाल ही में एनबीसीसी ने यहां सागवान की लकड़ी से बना देश का सबसे लंबा ध्वज स्तंभ बनाया है, जिसकी चर्चा खूब हो रही है.
हैदराबाद. देश का सबसे ऊंचा लकड़ी का ध्वज स्तंभ हैदराबाद में बनकर तैयार हो गया है. एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड ने इस ध्वज स्तंभ को बनाया है. इस ध्वज स्तंभ की कुल उंचाई पुरानी नींव से 36 मीटर यानी लगभग 120 फीट है. हाल ही में इस इस ध्वज स्तंभ को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने देश को समर्पित किया था. यह ध्वज स्तंभ 80 वर्षों से भी अधिक पुरानी एवं उच्च गुणवत्ता वाली सागवान की लकड़ी से बनाया गया है. ध्वज स्तंभ संतुलित रहे इसके लिए नींव से कुल 18 स्टील तारों को स्तंभ के साथ बांधा गया है.
एनबीसीसी के सीएमडी केपी महादेवस्वामी न्यूज 18 हिंदी के साथ बातचीत में कहते हैं, ‘इस स्तंभ का निर्माण कार्य के लिए सभी आवश्यक दिशा-निर्देश एवं औपचारिकताओं को पूरा करते हुए उच्चतम गुणवत्ता के साथ किया गया है. यह ध्वज स्तंभ के निर्माण का कार्य 2 महीने से भी कम की अवधि में पूरा किया गया है. ध्वज स्तंभ निर्माण कार्य के निर्णायक अवसर पर भारी तूफान व बरसात का सामना करते हुए भी एनबीसीसी टीम ने निर्माण कार्य को नियत अवधि के भीतर पूरा किया.’ यह ध्वज स्तंभ भारत की स्वतंत्रता एवं संप्रभु गणराज्य बनने की संघषपूर्ण यात्रा का साक्षी रहा है.
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महादेवस्वामी ने कहा, ‘हैदराबाद ने वर्षों के अंतराल में इतिहास के कई उतार चढ़ाव देखे हैं. यह ध्वज स्तंभ भारत की स्वतंत्रता एवं संप्रभु गणराज्य बनने की संघषपूर्ण यात्रा का साक्षी रहा है. साथ ही यह ध्वज स्तंभ वर्ष 1948 में हैदराबाद रियासत के भारत गणराज्य में विलय का भी साक्षी रहा है. हालांकि, बीतते समय का असर इस ऐतिहासिक विरासत पर पड़ा और यह मौसम की मार झेलते हुए अपना अस्तित्व खोती जा रही थी. ऐसे में देश के स्वर्णिम इतिहास, अटूट भावना एवं अतीत की इस महत्वपूर्ण विरासत के महत्व को देखते हुए एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड ने इस ध्वज स्तंभ को संरक्षित करने का प्रयास किया. यह प्रतीकात्मक संरचना, देशभक्ति एवं विरासत की भावना से परिपूर्ण एवं अखंडता की भावना के प्रतीक के रूप में स्थापित होने के साथ देशवासियों को एकजुट करती है.’
लकड़ी से बना देश के सबसे लंबा ध्वज स्तंभ
राष्ट्रपति कार्यालय ने एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड के सीएमडी, के. पी. महादेवास्वामी और उनके टीम को बधाई संदेश के साथ एक प्रशस्ति पत्र जारी किया है. एनबीसीसी की टीम को राष्ट्रपति निलयम, हैदराबाद स्थित ऐतिहासिक ध्वज स्तंभ के लकड़ी के रेप्लिका को बनाने में अहम भूमिका के लिए सराहा है. हैदराबाद में राष्ट्रपति निलयम को रेजीडेंसी हाउस भी कहते हैं. इस भवन में भारत के राष्ट्रपति साल में कम से कम एक बार अवश्य ठहरते हैं तथा यहां से अपने सरकारी कार्य भी करते हैं. 90 एकड़ के क्षेत्रफल में फैला हुआ है. इसमें कुल 16 कमरे हैं.
Tags: Indian National Flag, President of IndiaFIRST PUBLISHED : May 20, 2024, 13:25 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed