40KM की फायरिंग रेंज और 52 कैलिबर का बैरल इंडियन आर्मी की मुराद होगी पूरी

Indigenous Artillery Gun Deal: 21वीं सदी में युद्ध का तौर तरीका काफी बदल चुका है. आर्मी की जगह एयरफोर्स और नेवी की भूमिका काफ अहम हो चुकी है. इसके बजाय बॉर्डर की सुरक्षा के लिए आर्मी काफी अहम है, ऐसे में सेना का हाथ मजबूत करना बहुत जरूरी है.

40KM की फायरिंग रेंज और 52 कैलिबर का बैरल इंडियन आर्मी की मुराद होगी पूरी