विशाल भटनागर/मेरठ: आप भारत के हर गांव और घर में खास पौधे देखने के लिए मिलेंगे. कोई पौधों से गार्डन को सजाता है, तो कोई घर के अंदर तक पौधे लगा देता है. पर एक पौधा ऐसा है जो बरसात की जानकारी भी देता है. इस पौधे के कलियों को देखकर लोग अंदाजा लगाते हैं कि बरसात कब तक आ सकती है. इस पौधे का नाम है ल्यूकोफिलम फ्रूटसेन्स. इस पौधे को टेक्सास रेंजर भी कहते हैं. आइए जानते हैं इस पौधे के बारे में.
बारिश की बूंद की साथ खिलती हैं कलियां
रघुनाथ गर्ल्स पीजी कॉलेज की बॉटनी डिपार्टमेंट की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर गरिमा मलिक बताती हैं, ‘जिस तरीके से बारिश होने से पहले देखा जाता है. गर्मी का प्रकोप बढ़ जाता है. उसी तरीके से यह पौधा इस बात को भाप लेता है. इसमें कलियों का आना शुरू हो जाता है. जैसे ही बारिश की बूंदे आने वाली होती है. उससे पहले फूल खिल जाते हैं.’ उन्होंने बताया कि इस पौधे की बात की जाए तो यूएस स्टेट ऑफ टैक्सिस में सबसे पहले पाया गया था. इससे संबंधित विभिन्न प्रकार की प्रजातियां रेगिस्तान वाले क्षेत्र में पाई जाती है. इसकी खूबसूरती के अंदाज आप इसी बात से लगा सकते हैं कि जब बरसात के समय पर फूलों की कलियां खिलती हैं. इस पौधे पर सफेद, पर्पल सहित चार प्रकार के फूल खिलते हैं.
फूल खिलते ही होती है बारिश
शास्त्री नगर की रहने वाली प्राकृतिक प्रेमी कमलेश गुप्ता ने अपने घर पर सैकड़ों प्रजाति के पेड़ पौधों को लगाया हुआ है. उन्हीं के पास ही यह पौधा देखने को भी मिलता है . वह कहती हैं कि पिछले कई सालों से उनके पास यह पौधा मौजूद है. उन्होंने बताया कि विभिन्न एक्सपर्ट के साथ-साथ जब गूगल में इसके बारे में जानकारी मिली. उसके बाद उन्होंने भी अपने घर में इस पौधे को लगाया है.
खिलते हैं पर्पल कलर के फूल
वह बताते हैं की जैसी बारिश आने वाली होती है, इस पौधे पर पर्पल कलर के फूल खिलते हैं. जो इस पौधे की खूबसूरती को और भी ज्यादा बढ़ा देते हैं. ऐसे में उन्हें मौसम विभाग द्वारा बताए गए अपडेट की जरूरत नहीं होती. बल्कि वह इस पौधे के माध्यम से यह पता लगा लेती है कि आप बारिश होने वाली है. बताते चलें कि इस पौधे में कुछ ना कुछ ऐसी इम्युनिटी पावर होती है, जो की बारिश के आकलन को करना जानती है.
Tags: Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : July 17, 2024, 10:15 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed