जंगल में हो रही थी मस्ती किसी को भी नहीं थी भनक रात में हुआ कुछ ऐसा फिर

जंगल में हो रही थी मस्ती किसी को भी नहीं थी भनक रात में हुआ कुछ ऐसा फिर