आशीष त्यागी/बागपत: पश्चिमी उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में मानसून की दस्तक से लोगों को उमस से राहत मिली है. वहीं, फसलों को भी बहुत फायदा हुआ है. पर, गन्ने की खेती (Sugarcane Farming) कर रहे किसानों के लिए मानसून में गन्ने की फसल को सुरक्षित रखना एक बहुत बड़ी चुनौती होती है. इस समय गन्ने की फसल पर किट लगने का खतरा रहता है. बरसात के मौसम में पायरिला कीट सबसे अधिक फसल को प्रभावित करता है. यह एक ऐसा कीट है, जो गुच्छे में रहता है और तेजी से फैलता है. अगर समय पर प्रबंध न किया जाए तो यह किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है.
बारिश में गन्ने की फसल को कीट से बचाएं
कृषि वैज्ञानिक विकास कुमार मलिक ने बताया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मानसून की शुरुआत हो चुकी है. ऐसे में गन्ने की खेती कर रहे किसानों को फसल को कीट से बचाना एक चुनौती होती है. इसके लिए किसान अपने खेत में जाकर समय-समय पर उसकी देखभाल करते रहें. अगर कोई भी, किसी भी प्रकार का कीट दिखाई दे तो उसका तुरंत प्रबंध करें. रासायनिक दवाइयों का छिड़काव कर फसल को सुरक्षित रखा जा सकता है.
कीट न पहचान पाएं तो करें यह उपाय
कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि अगर किसी कीट की पहचान नहीं हो पाती है, तो उसकी फोटो खींचकर कृषि विज्ञान केंद्र पर जानकारी ले लें. साथ ही किसी डॉक्टर को खेत में बुलाकर गन्ने की फसल का कीट से प्रबंध कराएं. किसी भी प्रकार के निशुल्क जानकारी और सुविधा के लिए कृषि विज्ञान केंद्र खेकड़ा, बागपत पर पहुंच कर जानकारी प्राप्त करें.
मौसम के हिसाब से करें खेती
खेती करते वक्त किसानों को मौसम का ख्याल रखना बहुत जरूरी है. फसल कब लगानी है, किस विधी से लगानी है, और कटाई कब होगी, यह सारी बातें मौसम में काफी हद तक प्रभावित होती हैं.
Tags: Agriculture, Baghpat, Local18FIRST PUBLISHED : June 29, 2024, 09:13 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed