गर्मी ने दिला दी कोरोना काल की यादभैसा कुंड में 4 दिनों में 157 अंतिम संस्कार

Lucknow News: लखनऊ के बैकुंठ धाम में इन दिनों शवों के अंतिम संस्कार की संख्या काफी बढ़ गई है. पिछले चार दिनों में भैसा कुंड श्मशान घाट में 157 शवों का अंतिम संस्कार किया गया है.

गर्मी ने दिला दी कोरोना काल की यादभैसा कुंड में 4 दिनों में 157 अंतिम संस्कार
हाइलाइट्स लखनऊ के बैकुंठ धाम भैसा कुंड में डेड बॉडी आने की संख्या कोरोना काल की याद दिला दी है अधिकारियों का कहना है कि ज्यादातर लोग आकर कहते हैं कि ज्यादा गर्मी होने की वजह से हार्ट फेल हो गया लखनऊ. पिछले चार दिनों से लखनऊ के बैकुंठ धाम भैसा कुंड में डेड बॉडी आने की संख्या कोरोना काल की याद दिला दी है. पहले 10 से 15 या फिर मैक्सिमम 17 परिजन अपने किसी का अंतिम संस्कार करने के लिए यहां लाया करते थे. लेकिन 16 तारीख से यह तादाद तकरीबन दुगनी हो गई है. ऐसा कुंड बैकुंठ धाम के अधिकारियों का कहना है कि ज्यादातर लोग आकर कहते हैं कि ज्यादा गर्मी होने की वजह से हार्ट फेल हो गया या फिर किसी दूसरे दिक्कत से मौत हो गई है. यहां के नगर निगम अधिकारी, उत्कर्ष जो बॉडी का पर्ची काटता है, कहना है कि नॉरमल डेज में 10 से 15 डेड बॉडी आया करती थी, लेकिन 16 तारीख से यह बॉडी आने का सिलसिला बढ़ गया है. 16 तारीख को 34 था और 19 तारीख को मैक्सिमम यानी बीते कल 44 था. तो वहीं घाट पर कई पंडित भी लगातार बॉडी का अंतिम संस्कार कराते हैं. राजेंद्र मिश्रा और चंदन इन्हीं में से दो पुरोहित हैं जिनके पास भैसा कुंड बैकुंठ धाम का पूरा मैनेजमेंट है. राजेंद्र मिश्रा और चंदन का कहना है कि मरने वालों की संख्या डबल हो गई है. जिन लोगों का अंतिम संस्कार वह करवाते हैं उनके परिजनों का कहना है कि गर्मी की वजह से हीट वेव की वजह से हार्ट अटैक हुआ और फिर मौत हुई. वहीं पर मौजूद एक पुरोहित से बातचीत की, उसका कहना था कि ज्यादातर मौतें गर्मी की वजह से हो रही हैं. इस दिन इतने अंतिम संस्कार 16 तारीख को 34 बॉडी लाई गई थी 17 तारीख को 37 बॉडी अंतिम संस्कार के लिए लाई गई थी 18 तारीख को 42 बॉडी अंतिम संस्कार के लिए लाई गई थी 19 तारीख को 44 बॉडी अंतिम संस्कार के लिए लाई गई थी Tags: Lucknow news, UP latest newsFIRST PUBLISHED : June 20, 2024, 11:21 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed