आम और अमरूद की बागवानी के लिए सरकार दे रही मुफ्त में पौधे
आम और अमरूद की बागवानी के लिए सरकार दे रही मुफ्त में पौधे
उद्यान विभाग में तैनात अरुण यादव ने बताया कि रजिस्ट्रेशन कराने के लिए ऐसे किसान पात्र हैं, जिनके पास अपनी खुद की जमीन हो. इसके लिए वो अपना आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, बैंक पासबुक और खतौनी लेकर उद्यान विभाग से संपर्क कर सकते हैं.
सुशील सिंह/मऊ: यदि आप किसान हैं और बागवानी करना चाहते हैं, तो राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत उद्यान विभाग में रजिस्ट्रेशन करवाकर अच्छा खासा लाभ ले सकते हैं. जिला उद्यान विभाग में तैनात अरुण यादव ने बताया कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत रजिस्ट्रेशन कराने पर किसानों को मुफ्त में आम और अमरुद का बगीचा लगाने के लिए पौधे मिलेंगे. ये पौधे उन्हें उद्यान विभाग की तरफ से दिए जाएंगे.
किसान के पास ये कागजात रहना है जरूरी
उद्यान विभाग में तैनात अरुण यादव ने बताया कि रजिस्ट्रेशन कराने के लिए ऐसे किसान पात्र हैं, जिनके पास अपनी खुद की जमीन हो. इसके लिए वो अपना आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, बैंक पासबुक और खतौनी लेकर उद्यान विभाग से संपर्क कर सकते हैं.
जिले का इतना है लक्ष्य
मऊ जिले में आम और अमरुद की बागवानी के लिए कुल 15 हेक्टेयर का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने बताया कि अब तक कुल 12 हेक्टेयर तक के लिए आवेदन पत्र लिए जा चुके हैं. पहले आओ पहले पाओ के आधार पर इस योजना का लाभ किसानों को दिया जाएगा. इस योजना में एक किसान 2 हेक्टेयर से लेकर 4 हेक्टेयर तक बागवानी लगा सकते हैं. इसके लिए उसे उद्यान विभाग की तरफ से पौधे पूरी तरह से मुफ्त दिए जाएंगे.
उद्यान विभाग से मिलेगा बेहतर तकनीकी की जानकारी
इसके अतिरिक्त उद्यान विभाग के कर्मचारी आम और अमरुद की बागवानी से संबंधित तकनीकी जानकारियां भी उन्हें उपलब्ध कराएंगे. साथ ही सब्सिडी के रूप में खाद भी दी जाएगी.
जिला उद्यान अधिकारी संदीप कुमार गुप्ता बताते हैं कि अगर बागवानी करनी है, तो बरसात का मौसम बागवानी के लिए काफी बेहतर होता है. इसमें अगर समय से बागवानी लगा दी जाए, तो उसका ग्रोथ काफी बेहतर होता है. तो किसान भाई समय से आवेदन कर योजना का लाभ उठाएं और बागवानी करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : July 12, 2024, 15:42 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed