गाजियाबाद में लीजिए दुबई और सिंगापुर जैसी जल सुरंग का आनंद
गाजियाबाद में लीजिए दुबई और सिंगापुर जैसी जल सुरंग का आनंद
Ghaziabad Fish Tunnel: विदेशों में कई ऐसी चीज बनाई गई हैं जो अपने देश में देखने को नहीं मिलती. हालांकि, अब कुछ उन चीजों को देश में भी बना रहे हैं. ऐसा ही है गाजियाबाद का फिश टनल. इसे दुबई और सिंगापुर की तर्ज पर बनाया गया है. यहां घुसते ही आप तरोताजा महसूस करेंगे.
विशाल झा/गाज़ियाबाद: गर्मी से आप भी परेशान हो गए हों और घूमने के लिए कोई बेहतरीन जगह खोज रहे हैं तो इसके लिए आपको ज्यादा दूर नहीं जाना है. आप गाजियाबाद में घंटाटर के पास स्थित रामलीला मैदान में जुल सुरंग का लुफ्त उठा सकते हैं. यह जल सुरंग आपको ठंड का एहसास कराएगी.
यहां काफी बड़ा मछलीघर बनाया गया है. यह मछलीघर दुबई और सिंगापुर की तर्ज पर तैयार किया गया है. यहां करीब 1 लाख से भी अधिक देशी-विदेशी मछली देखने को मिलेंगी. गाज़ियाबाद में चल रहे समर कार्निवल में फिश टनल के बाद लोगों का मुख्य आकर्षण अयोध्या का राम मंदिर है. फिश टनल से एग्जिट होते ही आपको अयोध्या के भव्य राम मंदिर के दर्शन होते है. यहां पर अयोध्या के राम मंदिर की रेप्लिका यानी कॉपी बनाई गई है. इसके अलावा अलग-अलग राज्यों के जायके भी यहां पर लोगों को मिल रहे हैं.
यहां पर घूमने आए आर्यन ने बताया की अब तक ऐसा टनल मुंबई में देखा था. अब उन्हें गाज़ियाबाद में भी घूमने के लिए काफी अच्छी जगह मिल गई है. 100 रुपए में इस जगह को एक्सप्लोर करना पैसा वसूल है. इसके अलावा मेले में कई प्रकार के झूले और खाने पीने की व्यवस्था है.
देशी-विदेशी दुर्लभ मछली
मछली सुरंग बनाने वाले राकेश तोमर ने बताया कि इस मछली घर में मोर बास, रेडटेल कैटफिश, लाल बाघ ऑस्कर, एलिगेटर गार आदि कई ऐसी मछलियां है जो आमतौर पर देखने को नहीं मिलती. तोमर बताते है की इस टनल में सभी मछलियों को अलग-अलग रखा गया है. यहां पर आने वाले विजिटर काफी खुश हैं, क्योंकि उन्होंने पहली बार ऐसा कुछ गाजियाबाद में देखा है. यहां पर आप शाम के 6:00 बजे से रात के 10:30 बजे तक घूमने के लिए आ सकते है. टनल के अंदर जाकर ऐसा लगता है कि आपके सर के ऊपर पानी बह रहा हो और आप किसी सबमरीन में राइड कर रहे हों.
Tags: Local18FIRST PUBLISHED : June 23, 2024, 10:56 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed