जनता ने नहीं मानी तेजस्वी की बात न मोदी-नीतीश की सुनी यहां MY समीकरण ध्वस्त
जनता ने नहीं मानी तेजस्वी की बात न मोदी-नीतीश की सुनी यहां MY समीकरण ध्वस्त
Purnia Chunav Result 2024: तेजस्वी यादव बिहार में मुस्लिम और यादवों के बड़े नेता के रूप में जाने जाते हैं. लेकिन, पूर्णिया से पप्पू यादव की जीत ने यह बता दिया है कि यादव और मुस्लिम के नेता के रूप में पप्पू यादव भी काफी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. पूर्णिया में मुसलमान और यादवों ने पप्पू यादव को वोट किया. तेजस्वी यादव के लाख अपील के बावजूद यादव और मुस्लिम ने एक न सुनी और अपना मत पप्पू यादव के झोली में दे दिया.
पूर्णिया. बिहार की पूर्णिया लोकसभा सीट के रिजल्ट ने एक बार फिर सबको चौंका दिया है. हालांकि यह बहुत अप्रत्याशित रिजल्ट नहीं है. दरअसल पूर्णिया सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होने की बात सामने आ रही थी. लेकिन, चुनाव में जिस तरह बीमा भारती की हार हुई उससे लोग हैरान थे. वहीं पूर्णिया से निर्दलीय प्रत्याशी राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव लगातार लोगों के बीच जा रहे थे. इसका परिणाम यह हुआ कि वह चुनाव जीतकर फिर से एक बड़े प्लेयर के रूप में सामने आए. अब ऐसे में लोग कहने लगे हैं कि पूर्णिया में लोगों ने ना तो एनडीए की सुनी न ही तेजस्वी की.
बता दें, तेजस्वी यादव ने कोढा की सभा में खुलेआम लोगों से कहा था कि अगर आप इंडिया गठबंधन को वोट नहीं देंगे तो एनडीए को वोट दीजिए. एनडीए को जिताइए. लेकिन इसका इतना बड़ा असर हुआ कि इसका सीधा फायदा पप्पू यादव को मिल गया. तेजस्वी ने पूर्णिया में सात सभाएं की. तीन दिन तक लगातार पूर्णिया के एक होटल में रहकर कैंप किया. बीमा भारती के पक्ष में उन्होंने रोड शो भी किया. इसके बावजूद राजद प्रत्याशी बीमा भारती को महज 26985 वोट मिला, जबकि पप्पू यादव को 566221 वोट और प्रतिद्वंद्वी पूर्व सांसद जदयू प्रत्याशी संतोष कुशवाहा को 541860 वोट प्रपात हुए. पप्पू यादव 23847 वोट से चुनाव जीतकर चौथी बार पूर्णिया के सांसद बन गए हैं. साथ ही संसद के रूप में यह उनकी छठी जीत है. पप्पू यादव दो बार मधेपुरा से भी सांसद रह चुके हैं. पीएम से लेकर सीएम तक पूर्णिया में की थी सभा
अगर सांसद संतोष कुशवाहा की बात करें तो उनके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद 16 अप्रैल को यहां चुनावी सभा किया था. इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी संतोष कुशवाहा के पक्ष में चार सभाएं और रोड शो किया था. इसके बावजूद जदयू प्रत्याशी संतोष कुशवाहा चुनाव हार गए. यहां तक की कुशवाहा बहुल क्षेत्र कोढा विधानसभा में भी उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा. पप्पू यादव को सबसे अधिक युवाओं का साथ मिला. निश्चित ही वह हीरो बनकर उभरे. पूर्णिया में लालू तेजस्वी का MY समीकरण ध्वस्त
वर्षों से माय समीकरण पर लालू और तेजस्वी का कब्जा रहा है. तेजस्वी यादव बिहार में मुस्लिम और यादवों के बड़े नेता के रूप में जाने जाते हैं. लेकिन, पूर्णिया से पप्पू यादव की जीत ने यह बता दिया है कि यादव और मुस्लिम के नेता के रूप में पप्पू यादव भी काफी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. पूर्णिया में मुसलमान और यादवों ने पप्पू यादव को वोट किया. तेजस्वी यादव के लाख अपील के बावजूद यादव और मुस्लिम ने एक न सुनी और अपना मत पप्पू यादव के झोली में दे दिया.
इसके अलावा भी पप्पू यादव को सभी जाति और वर्ग का समर्थन मिला. ऐसे में यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा की पप्पू यादव यादवों के बड़े नेता के रूप में उभर कर सामने आए हैं. हालांकि पप्पू यादव का कहना है कि पूर्णिया उनकी मां है. उन्हें सभी जाति और वर्ग के लोगों का वोट मिला है. सबके लिए वह काम करते रहेंगे. पप्पू यादव की मां शांतिप्रिय ने भी कहा कि पप्पू यादव न सिर्फ उनका बेटा है बल्कि पूरे पूर्णिया का बेटा है. पप्पू यादव के पांच वादे
नवनिर्वाचित सांसद पप्पू यादव ने कहा कि उसने पांच वादे किए हैं. शिक्षा, स्वास्थ्य ,विकास, पूर्णिया को भूमाफिया और माफियाओं के चंगुल से मुक्ति दिलाना और पूर्णिया को विश्व स्तर तक पहुंचाना. बहरहाल देखना है कि पप्पू यादव अपने इस वादे में कितने सफल हो पाते हैं. एयरपोर्ट को लेकर जनता की पप्पू से उम्मीदें
फिलहाल पूर्णिया वासियों की बड़ी मांग रही है कि यहां एयरपोर्ट की सुविधा हो। जल्द यहां से एयरपोर्ट बने। पप्पू यादव ने भी वादा किया था कि जीतने की 6 महीने के अंदर पूर्णिया में से हवाई सेवा शुरू होगा। पूर्णिया वासियों को पप्पू यादव से उम्मीद तो बनी है. वहीं जीतने के साथ ही पप्पू यादव ने गड़बड़ी करने वाले डॉक्टरो को एक बड़ी चेतावनी भी दे दी. उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि अब डॉक्टरों द्वारा मरीजों का शोषण और दलाली नहीं चलेगा. वह सुधर जाएं. कांग्रेस से टिकट न मिलने की टीस
पप्पू यादव ने कहा कि अगर उन्हें कांग्रेस से टिकट मिलता वे लोग साथ लड़ते. अगर राहुल गांधी प्रियंका गांधी बिहार में आते तो इंडिया गठबंधन 20 से अधिक सीट जीतती. बहरहाल पप्पू यादव को जीत का सर्टिफिकेट मिल चुका है. उनके समर्थकों में जबरदस्त उत्साह है. यहां तक की पूर्व सांसद उदय सिंह और पप्पू सिंह ने भी पप्पू यादव को बधाई देते हुए कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि पप्पू यादव पूर्णिया का विकास करेंगे. विधानसभा वार पप्पू यादव और संतोष कुशवाहा को वोट
कोढा विधानसभा क्षेत्र में पप्पू यादव 7195 वोट से आगे. कोढा में जदयू प्रत्याशी संतोष कुशवाहा को 90309 वोट मिले तो पप्पू यादव को 97504 वोट मिले. वहीं भाजपा का क्षेत्र माने जाने वाले पूर्णिया सदर विधानसभा की बात करें तो यहां संतोष कुशवाहा को 94402 वोट मिला तो पप्पू यादव को 99391 वोट मिला. यहां भी पप्पू यादव 4989 वोट से जीते. बनमनखी विधानसभा की बात करें तो बनमनखी में संतोष कुशवाहा को 80050 वोट मिले जबकि पप्पू यादव को 93265 वोट मिला. यहां पप्पू यादव 13215 वोटो से जीते. सबसे अधिक कस्बा विधानसभा क्षेत्र में पप्पू यादव को 109000 वोट मिला. जबकि संतोष कुशवाहा को 76269 वोट मिला. कस्बा में पप्पू यादव 32731 वोट से जीते.वहीं धमदाहा विधानसभा क्षेत्र जो कि मंत्री लेसी सिंह का क्षेत्र है वहां संतोष कुशवाहा को 102151 वोट मिले जबकि पप्पू यादव को यहां 87461 वोट मिला. धमदाहा में संतोष कुशवाहा 14690 वोट से जीते. वहीं रुपौली विधानसभा क्षेत्र जो बीमा भारती का विधानसभा क्षेत्र रहा है जहां संतोष कुशवाहा को 97469 वोट मिला जबकि पप्पू यादव को 72718 वोट मिला. रुपौली विधानसभा क्षेत्र में जदयू प्रत्याशी संतोष कुशवाहा 24751 वोट से जीते. सभी छह विधानसभा को जोड़कर पप्पू यादव 23847 वोट से जीते. इस तरह पप्पू यादव ने जता दिया कि बगैर किसी के समर्थन के वह हीरो है. हालांकि अगर उन्हें कांग्रेस और राजद का समर्थन मिलता तो और अधिक वोटो से जीतते.
Tags: Bihar News, Pappu Yadav, Purnia newsFIRST PUBLISHED : June 5, 2024, 11:53 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed