उपचुनाव से पहले सपा-कांग्रेस में रार यूपी में 4 सीट भी नहीं देने को तैयार!
उपचुनाव से पहले सपा-कांग्रेस में रार यूपी में 4 सीट भी नहीं देने को तैयार!
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस 10 में से 4 सीटों पर अपना प्रत्याशी उतारना चाहती है. जबकि शुरुआती बातचीत में समाजवादी पार्टी तैयार नहीं हो रही है. कांग्रेस पार्टी जिन सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है उनमें मझवां, फूलपुर, मीरापुर और कुंदरकी सीट शामिल है.
हाइलाइट्स यूपी में होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने रखी मांग कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी से 10 में से 4 सीटों की मांग की.
लखनऊः लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में बड़ी जीत हासिल करने के बाद से इंडिया गठबंधन का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है. यही वजह है कि प्रदेश के 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए रणनीति बनाने की तैयारी शुरू हो गई है. हालांकि इस प्रक्रिया में एक तरफ जहां कांग्रेस पार्टी सामाजवादी पार्टी पर ज्यादा सीटें देने का दबाव बना रही है. वहीं समाजवादी पार्टी फिलहाल राजी होती हुई नजर नहीं आ रही है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस 10 में से 4 सीटों पर अपना प्रत्याशी उतारना चाहती है. जबकि शुरुआती बातचीत में समाजवादी पार्टी तैयार नहीं हो रही है. कांग्रेस पार्टी जिन सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है उनमें मझवां, फूलपुर, मीरापुर और कुंदरकी सीट शामिल है. इंडिया गठबंधन में खास तौर पर अपनी सीटों पर समाजवादी पार्टी के लिए जीत की राह आसान नजर आ रही है.
इन सीटों पर समाजवादी पार्टी के लिए राह आसान
–मैनपुरी के करहल सीट पर उपचुनाव होने वाला है. यहां अखिलेश यादव बेहद मजबूत हैं. उनके सांसद चुने जाने के बाद विधानसभा सदस्यता छोड़ने से हो रहा है उपचुनाव.
–मुरादाबाद की कुंदरकी सीट से जियाउर्रहमान बर्क विधायक थे. अब वो सांसद हैं. लेकिन यह मुस्लिम बहुल सीट सपा के कब्जे से छीनना कांग्रेस के लिए आसान नहीं है.
–कानपुर के सिसामऊ सीट कई दशकों से सपा के पास है. मुस्लिम बाहुल्य सीट सपा का अभेद दुर्ग रहा है.
–अंबेडकरनगर से सपा के राष्ट्रीय महासचिव लालजी वर्मा सांसद बने. यहां की कटेहरी सीट से 5 बार वो विधायक रहे. ऐसे में ये सीट सपा की मजबूत सीट मानी जाती है.
–इसी तरह फैजाबाद लोकसभा सीट के तहत आने वाली मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर सभी की नजरें होंगी. यहां से अवधेश प्रसाद के बेटे को सपा टिकट देने पर विचार कर रही है.
वहीं एनडीए के लिए अपनी फूलपुर, खैर, गाजियाबाद और मझवां सीट पर लड़ाई तुलनात्मक तौर पर आसान होगी. लेकिन मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट पर कांटे का मुकाबला माना जा रहा है.
Tags: Congress, Samajwadi partyFIRST PUBLISHED : July 17, 2024, 14:32 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed