बुंदेलखंड के गर्म और सूखे क्षेत्रों में होगी नींबू जैसे खट्टे फलों की खेती BU
बुंदेलखंड के गर्म और सूखे क्षेत्रों में होगी नींबू जैसे खट्टे फलों की खेती BU
कृषि वैज्ञानिक डॉ. ए. के. सिंह ने बताया कि बुंदेलखंड में हमने नींबू वर्गीय फलों की ऐसी पौध तैयार की है है जो कम पानी में लगाई जा सकती है. बडिंग प्रक्रिया से इस खास पौध को तैयार किया गया है.
झांसी. बुंदेलखंड की गर्म हवा और पथरीली जमीन पर खेती करना आसान नहीं है. झांसी समेत पूरे बुंदेलखंड में कई प्रकार के फसलों की खेती नहीं हो पाती है. यहां नींबू वर्गीय फलों की खेती करना काफी मुश्किल माना जाता है. लेकिन, अब यहां के कृषि वैज्ञानिकों ने एक खास पौध तैयार कर ली है, जिससे झांसी में भी नींबू वर्गीय फल जैसे किन्नू, मौसंबी, संतरा की खेती की जा सकती है.
झांसी के भरारी कृषि केंद्र के वैज्ञानिकों ने इस खास पौध को तैयार किया है. कृषि वैज्ञानिक डॉ. ए. के. सिंह ने बताया कि बुंदेलखंड में हमने नींबू वर्गीय फलों की ऐसी पौध तैयार की है है जो कम पानी में लगाई जा सकती है. बडिंग प्रक्रिया से इस खास पौध को तैयार किया गया है. इस पौध को कुछ किसानों को वितरित भी किया गया है. यह पौधे तीन साल में फल देना शुरू कर देता है. किसान इससे मुनाफा भी कमा सकते हैं.
किसानों को होगा मुनाफा
डॉ. ऐ. के. सिंह ने बताया कि एक पेड़ तीन साल में अच्छा फल देना शुरू कर देता है. एक पेड़ से 50 से 60 किलो तक फल मिलता है. यह किसानों के लिए एक अतिरिक्त आय का सोर्स हो सकता है. उन्होंने बताया कि अच्छी उपज लेने के लिए नियमीत रूप से खाद और उर्वरक देना चाहिए. इससे पौधे का विकास अच्छी तरह होगा. नींबू वर्गीय पौधों की नियमित सिंचाई करनी चाहिए. इसकी खेती में किसानों को ड्रिप सिंचाई का उपयोग करना चाहिए. नींबू वर्गीय सभी फलों की कीमत बाजार में 30 से 60 रुपए किलो होता है. इससे किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
Tags: Agriculture, Jhansi news, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : June 2, 2024, 08:36 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed