डेंगू की बीमारी को दूर करने के साथ पाचन क्रिया को भी रखे बेहतर
डेंगू की बीमारी को दूर करने के साथ पाचन क्रिया को भी रखे बेहतर
आयुर्वेद में पपीते के पत्ते को काफी उपयोगी माना गया है. इसकी पत्तियों के मरीजों में डेंगू की बीमारी में प्लेटलेट की जो समस्या होती है. उसका समाधान होता है. हालांकि हृदय रोगी और हाई बीपी के मरीजों को इसकी पत्तियां का उपयोग नहीं करना चाहिए..
मेरठ: गर्मी हो या सर्दी हो आपको हर मौसम में पपीता देखने को मिलता है. यह एक ऐसा फल है. जो पाचन क्रिया को बेहतर रखता है. इसलिए लोग पपीता खाना काफी अच्छा समझते है. लेकिन क्या आप जानते हैं. जिस पेड़ पर पपीते का फल आता है. अगर उस पेड़ की पत्तियों का भी उपयोग किया जाए. तो अलग-अलग प्रकार की गर्मी में उत्पन्न होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है. यह कहना है प्रो. विजय मलिक का. वो चरण सिंह विश्वविद्यालय में बॉटनी डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष हैं और पिछले 25 वर्षों से लगातार स्टूडेंट को आयुर्वेदिक पौधे और बॉटनी के बारे में पढ़ा रहे हैं. वह बताते हैं पपीते के पत्ते में भी विभिन्न प्रकार के औषधीय गुण होते हैं. जो सेहत के लिए काफी लाभदायक है.
डेंगू रोगियों के लिए रामबाण है पत्ते
प्रो. विजय मलिक के अनुसार पपीते के पेड़ की पत्तियों में विटामिन ए, विटामिन सी सहित विभिन्न प्रकार की औषधि पाई जाती हैं. इसकी पत्तियों को कच्चा चबा कर भी खाया जा सकता है. साथ ही इसकी पत्तियों का रस निकालकर एक दो चम्मच प्रतिदिन उपयोग कर सकते हैं. यह डेंगू रोगियों के लिए रामबाण होती है. क्योंकि इसमें जो औषधीय गुण पाए जाते हैं वो प्लेटलेट को संतुलित करते हुए खून को गाढ़ा करने में काफी उपयोगी मानी जाता है. साथ ही विटामिन,ए व सी सहित प्रोटीन भी इसमें भरपूर मात्रा में पाई जाती है. जो स्वास्थ के लिए काफी लाभदायक है.
कच्चा पक्का दोनों फल है उपयोगी
प्रो. मलिक बताते हैं कि पपीते का फल कच्चा या पक्का हो दोनों ही सेहत के लिए उपयोगी हैं. क्योंकि यह पेट से संबंधित बीमारियों को दूर करते हुए. पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करता है. जिससे कि पेट साफ होने के कारण किसी भी प्रकार की बीमारी उत्पन्न ही नहीं होती है. वह कहते हैं इसलिए कच्चे फल की सब्जियां बनाकर लोग भोजन के तौर में उसका उपयोग कर सकते हैं. वहीं फल के रूप में इसका पका हुआ फल खाया जा सकता है.
इन लोगों को नहीं करना चाहिए पत्तियों का उपयोग
प्रो. मलिक कहते हैं कि जो भी दिल या हाई बीपी से संबंधित मरीज हैं. ऐसे मरीजों को पपीते की पत्तियों का उपयोग नहीं करना चाहिए. क्योंकि यह उनके लिए खतरनाक साबित हो सकता है. क्योंकि यह खून को गाढ़ा करता है. जबकि दिल से संबंधित अगर कोई मरीज है. तो वह विभिन्न प्रकार की ऐसी दवाइयां का उपयोग करता है. जिससे उसका खून पतला रहे. इसलिए हृदय से संबंधित मरीज इसकी पत्तियों से दूर रहें.
Tags: Health, Local18FIRST PUBLISHED : June 1, 2024, 10:50 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा. Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed