क्या पाकिस्तान की तरह भारत में भी आ सकता है बिजली संकट इनकी उड़ गई है नींद!

ऊर्जा मंत्रालय के अधिकारियों की मानें तो भयंकर हीट वेव की वजह से देश में ट्रिपिंग की घटना बढ़ गई है. हालांकि, बिजली के उत्पादन में कहीं कोई कमी नहीं है. लेकिन, संसाधनों और कर्मचारियों की कमी से यूपी, बिहार, राजस्थान, महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों में बिजली का संकट गहरा सकता है.

क्या पाकिस्तान की तरह भारत में भी आ सकता है बिजली संकट इनकी उड़ गई है नींद!
नई दिल्ली. दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सोमवार को बिजली कटने की घटना ने आम लोगों के साथ-साथ सरकार की भी नींद उड़ा दी है. सूत्रों की मानें तो आईजीआई एयरपोर्ट की घटना के बाद रेलवे और दिल्ली मेट्रो पर विशेष नजर रखी जा रही है. ऊर्जा मंत्रालय के अधिकारियों की मानें तो भयंकर हीट वेव की वजह से देश में ट्रिपिंग की घटना बढ़ गई है. हालांकि, बिजली के उत्पादन में कहीं कोई कमी नहीं है. लेकिन, संसाधनों और कर्मचारियों की कमी से यूपी, बिहार, राजस्थान, महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों में बिजली का संकट गहरा सकता है. क्योंकि, इन राज्यों में बिजली की खपत अचानक ही बढ़ गई है. अगर आईजीआई एयरपोर्ट पर बिजली गुल होने की घटना की बात करें तो इसका पता लग चुका है. डायल ने कहा है कि 765 किलोवाट लाइन में ट्रिपिंग के चलते ग्रिड पर वोल्टेज बढ़ गई. इस कारण एयरपोर्ट का मुख्य रिसीविंग सब स्टेशन बंद हो गया. इस घटना के बाद लोगों के मन में डर पैदा कर दिया है कि क्या देश में बिजली की स्थिति ठीक नहीं है? क्या भारत की स्थिति भी पाकिस्तान जैसे होने वाली है? ये भी पढ़ें: विधवा पेंशन ले रहीं लाखों लाभार्थियों के लिए जरूरी खबर, DBT Enabled नहीं कराया है तो आ सकती है यह समस्या आपको बता दें कि बिजली के क्षेत्र में भारत लगातार आगे बढ़ रही है. हां, देश के अधिकांश हिस्से में पड़ रहे भयंकर लू ने बिजली की खपत को कई गुना ज्यादा बढ़ा दिया है. अलग-अलग राज्यों में संसाधनों की कमी की वजह से लोगों को दिक्कत आ रही है. ट्रांसफर्मर जलने के बाद बदलने में कई घंटे लग जाते हैं, जिससे लोग परेशान हो रहे हैं. यह स्थिति कमोबेश हर राज्यों में है. ऊर्जा मंत्रालय ने साल वर्ष 2024-25 के लिए बिजली उत्पादन का लक्ष्य 1900 बिलियन यूनिट (BU) निर्धारित किया है. यानी पिछले वर्ष के 1738.828 बीयू के वास्तविक उत्पादन की तुलना में लगभग 9.3% अधिक. इसके बावजूद स्थिति विकराल होता जा रहा है. साल 2023-24 के दौरान देश में बिजली का उत्पादन 1738.828 बीयू था. दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, यूपी, बिहार, राजस्थान, झारखंड, असम और ओड़िसा जैसे राज्यों में बिजली की खपत बढ़ गई है. वित्त वर्ष 2024-25 में भारत में कुल सालाना बिजली खपत लगभग 1400 बिलियन किलोवाट घंटा (kWh) को पार कर गया है. देश में पहली बार ऐसा हुआ जब रात की तुलना में दिन में बिजली की खपत ज्यादा हो गई है. बिजली ज्यादा खपत करने वाले राज्यों में महाराष्ट्र पहले स्थान पर बना हुआ है. गुजरात दूसरे नंबर पर है और इसके बाद यूपी, तमिलनाडु और ओडिशा जैसे राज्य बिजली खपत करने वाले राज्यों में सबसे आगे हैं. जबकि, बिहार जैसे राज्यों में भी सालाना बिजली खपत में 50 से 100 बीयू का इजाफा हुआ है. पिछले 10 सालों में बिहार में बिजली की खपत तकरीबन 400 प्रतिशत तेजी आई है. ये भी पढ़ें: 21 साल की लड़की को दूसरी जाति के लड़के से हुआ प्रेम, बाप ने बुक कराई कैब, कुछ ही देर में हो गया कांड अभी और देशों की तुलना में भारत के लोग बिजली की कम खपत करते हैं. दुनिया में प्रति व्यक्ति बिजली की खपत 3130 KWH (किलो वॉट हॉवर) है. जबकि भारत में बिजली की खपत 1,181 KWH (किलो वॉट हॉवर) ही है. अभी भी देश में प्रति व्यक्ति सबसे कम बिजली की खपत बिहार में है. जहां ये आंकड़ा 311 KWH (किलो वॉट हॉवर) है. जबकि बिहार के बाद दूसरा नंबर असम का है. असम में प्रति व्यक्ति बिजली की खपत 341 KWH (किलो वॉट हॉवर) है. देश में सबसे ज्यादा गोवा में हर महीने एक परिवार करीब 267.3 kWh बिजली की खपत करता है. Tags: Electricity bill, Electricity problem, Ministry Of Power, Power consumersFIRST PUBLISHED : June 18, 2024, 13:49 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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