सेहत के लिए वरदान है यह फूल हार्ट से लेकर सांस की बीमारी में देता है राहत
सेहत के लिए वरदान है यह फूल हार्ट से लेकर सांस की बीमारी में देता है राहत
रणजीत सिंह मेमोरियल क्लीनिक खेकड़ा के आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉक्टर राघवेंद्र चौधरी ने बताया कि मार्च और अप्रैल के महीने में हिमालय और पहाड़ी क्षेत्रों में बुरांश का फूल खिलता है. बुरांश हिमांचल का राजकीय पुष्प है. इसके बहुत सारे फायदे होते हैं.
बागपत: बुरांश एक ऐसी औषधि है, जो हिमालय पर अधिक मात्रा में पाई जाती है. माना जाता है कि इसके सेवन से कई चौंकाने वाले फायदे मिलते हैं. इसके नियमित इस्तेमाल से हृदय की सभी बीमारियां ठीक हो सकती है. इसका उपयोग सांस संबंधी बीमारियों में किया जाता है और यह इम्यूनिटी को तेजी से बूस्ट करने में सहायक होता है. यह एनीमिया को ठीक करने में भी कारगर साबित होता है. इसे आसानी से उपयोग किया जा सकता है.
रणजीत सिंह मेमोरियल क्लीनिक खेकड़ा के आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉक्टर राघवेंद्र चौधरी ने बताया कि मार्च और अप्रैल के महीने में हिमालय और पहाड़ी क्षेत्रों में बुरांश का फूल खिलता है. बुरांश हिमांचल का राजकीय पुष्प है. इसके बहुत सारे फायदे होते हैं. यह तेजी से हृदय रोगों को ठीक करता है. सांस रोगों और एनीमिया को दूर करने में यह काफी मदद करता है. यह स्किन संबंधित समस्याओं को भी ठीक करने में लाभदायक है और इसका इस्तेमाल कई प्रकार से किया जा सकता है. यह पहाड़ी क्षेत्र में अधिक पाया जाता है और इसका इस्तेमाल भी आसानी से किया जा सकता है.
ऐसे करें इस्तेमाल
डॉ. राघवेंद्र चौधरी ने बताया कि बुरांश के फूल की आप चटनी बनाकर इसे इस्तेमाल कर सकते हैं. वहीं इसका जूस निकालकर भी आप इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके इस्तेमाल से शरीर पर कोई भी किसी भी तरह का साइड इफेक्ट नहीं होता और यह तेजी से शरीर पर फायदा पहुंचाने वाला औषधीय फूल है. इसका नियमित इस्तेमाल लगातार लोगों को लाभ पहुंचता है.
Tags: Health benefit, Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : September 3, 2024, 15:49 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा. Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed