12वीं के बाद करियर को लेकर न लें टेंशन करें यह कोर्स सफलता की है खूब संभावना

Career Tips: मेडिकल के क्षेत्र में फिजियोथेरेपी की डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है. जिसको देखते हुए अब कई यूनिवर्सिटी में इस कोर्स को शुरू भी किया गया.

12वीं के बाद करियर को लेकर न लें टेंशन करें यह कोर्स सफलता की है खूब संभावना
रजनीश यादव /प्रयागराज: हाल ही में यूपी बोर्ड के 12वीं का रिजल्ट घोषित हुआ. इसमें सफल छात्र के सामने करियर का विकल्प चुनने की चुनौती सामने आ जाती है. वह किस क्षेत्र को चुने उसका आगे करियर की संभावनाएं कितनी है. इन सब बातों को लेकर वह कंफ्यूज रहते हैं. 12वीं के बाद ही छात्र करियर बनाने की पहली सीढ़ी पर कदम रखते हैं. इसलिए काफी जांच पड़ताल के बाद ही वह आगे की राह चुनते हैं. 12वीं के बाद छात्र अपना कैरियर बनाना चाहते हैं, तो बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट उनके लिए एक सबसे अच्छा करियर बनाने का कोर्स साबित हो सकता है. डॉक्टर अशोक कुमार कुशवाहा (बीपीटी) उत्तर प्रदेश मेडिसिन ऑफ़ यूनिवर्सिटी साइंस सैफई से बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट का कोर्स किए हैं. वह  बताते हैं कि यह एक डॉक्टर की डिग्री होती है, जिसमें हम मरीज का ख्याल अलग रूप में रखते हैं. इसमें करियर बनाने की अच्छी संभावना है. इस कोर्स को करने के बाद भी छात्र अपने नाम के आगे डॉक्टर लिख सकते हैं. चुन सकते हैं करियर के ऑप्शन मेडिकल के क्षेत्र में फिजियोथेरेपी की डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है. जिसको देखते हुए अब कई यूनिवर्सिटी में इस कोर्स को शुरू भी किया गया. इस कोर्स को करने के बाद स्पोर्ट फिजियोथेरेपिस्ट , गायनी फिजियोथेरेपिस्ट ,ऑर्थो फिजियोथेरेपिस्ट , पलमोनरी फिजियोथेरेपिस्ट आदि क्षेत्रों में हम करियर बना सकते हैं. ये हैं इसके कॉलेज इस कोर्स को करने के लिए प्रदेश में कई विश्वविद्यालय एवं कॉलेज हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं. यह कोर्स लगभग सभी मेडिकल कॉलेज में होता है. इसके साथ कुछ यूनिवर्सिटीज भी अलग से कोर्स को कराती हैं. मेडिसिन ऑफ़ यूनिवर्सिटी साइंस सैफई, मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज प्रयागराज, बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, केजीएमयू लखनऊ  से हम बीपीटी का कोर्स कर सकते हैं. अगर सरकारी कॉलेज से किया जाता है, तो 4 साल के इस कोर्स के लिए 35000 प्रति सेमेस्टर फीस होती है. वहीं सेमी गवर्नमेंट कॉलेज से करने में प्रति सेमेस्टर 75000 फीस लगती है. ऐसे मिलेगा प्रवेश डॉ. अशोक कुशवाहा बताते हैं कि इस कोर्स को करने के बाद कोई भी खाली नहीं रहता. सरकार भी इस क्षेत्र को बढ़ाने के लिए काफी प्रयास कर रही है. इसमें डिप्लोमा ऑफ़ फिजियोथेरेपिस्ट का भी कोर्स होता है. बैचलर ऑफ़ फिजियोथेरेपिस्ट में प्रवेश के लिए कॉमन पैरामेडिकल इंट्रेंस टेस्ट CPET देना होता है. जिसमें रैंकिंग के हिसाब से छात्रों को कॉलेज आवंटित किए जाते हैं. इसी परीक्षा के तहत बैचलर एवं परा स्नातक में प्रवेश मिलता है. सीपीईटी का आवेदन 30 अप्रैल से शुरू हो रहे हैं, जो 10 अप्रैल 2024 तक होंगे. . Tags: Career Tips, Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : May 2, 2024, 14:38 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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