क्यों खास है सुल्तापुर का घंटाघर जानिए इससे जुड़ा इतिहास
क्यों खास है सुल्तापुर का घंटाघर जानिए इससे जुड़ा इतिहास
सुल्तानपुर में कई ऐतिहासिक स्थल मौजूद है, लेकिन यह घंटाघर अपने आप में अलग महत्व रखता है. इतिहासकारों के अनुसार लगभग 150 साल पहले ब्रिटिश शासनकाल में बनाया गया था. इस घंटाघर की खासियत यह है कि इसका आकार 360 डिग्री का है और इसी में 360 डिग्री के एंगल में ही कई दुकानें भी है. यहां हनुमान जी का भी मंदिर है.
सुल्तानपुर. 150 साल पुराना सुल्तानपुर का घंटाघर ऐतिहासिक धरोहर में शामिल है. दरअसल, यह घंटाघर सुल्तानपुर शहर के चौक पर बनाया गया है. ऐसा माना जाता है कि सुल्तानपुर घंटाघर उत्तर प्रदेश में लखनऊ के बाद दूसरा सबसे बड़ा घंटाघर है और इसकी खासियत यह है कि इस घंटाघर के बीच में दक्षिण दिशा की तरफ से एक पतली गली आती है. जिसमें हनुमान जी का एक मंदिर स्थापित है. साथ ही घंटाघर के चारों तरफ कपड़े आदि की दुकानें संचालित की जाती है.
150 साल पुराना है घंटाघर का इतिहास
वैसे तो सुल्तानपुर में कई ऐतिहासिक स्थल मौजूद है, लेकिन यह घंटाघर अपने आप में अलग महत्व रखता है क्योंकि इतिहासकारों के अनुसार लगभग 150 साल पहले ब्रिटिश शासनकाल में बनाया गया था. यह अपनी खूबसूरती के लिए आज भी जाना जाता है और सुल्तानपुर की विशेष पहचान के रूप में उभरा है. इस घंटाघर की खासियत यह है कि इसका आकार 360 डिग्री का है और इसी में 360 डिग्री के एंगल में ही कई दुकानें भी है जो चौक की मार्केट को और अधिक खूबसूरत बना देता है. इन दुकानों में ज्यादातर कपड़े की दुकानें है.
घंटाघर के बीचो-बीच विराजमान हैं हनुमान जी
घंटाघर के दक्षिणी हिस्से में लगभग 4 फीट की एक पतली गली है जो इमारत के बीच में जाती है और हनुमान जी का दर्शन हो जाता है. दरअसल, भूमितल पर घंटाघर के बीचो-बीच एक छोटा सा हनुमान जी का मंदिर है, जहां स्थानीय लोग पूजा पाठ करते हैं. लोगों का मानना है कि घंटाघर में विराजमान हनुमान जी चौक बाजार के लोगों को किसी भी आपदा से निपटने में आशीर्वाद प्रदान करते हैं और लोगों की रक्षा करते हैं.
Tags: Local18, Sultanpur news, Tourist spots, UP newsFIRST PUBLISHED : August 31, 2024, 14:51 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed