आस्था का बड़ा केन्द्र है पांचों पीरन दरगाह उर्स पर लाखों की जुटती है भीड़

सैय्यद अलाउद्दीन व सैय्यद बल्खी रहमतुल्लाह ताला वलै वसल्लम बल्ख से सिर्फ अकेले नहीं आए थे बल्कि इनके साथ  4 अन्य भाई भी आए थे. इस प्रकार ये पांच भाई थे और इन्हीं 5 भाइयों की वजह से ही इस दरगाह का नाम पांचों पीरन पड़ा. नागपंचमी को यहां लाखों की संख्या में लोग आते हैं क्योंकि इसी दिन यहां पर उर्स मनाया जाता है.

आस्था का बड़ा केन्द्र है पांचों पीरन दरगाह उर्स पर लाखों की जुटती है भीड़
सुल्तानपुर. अगर हम बात करें सुल्तानपुर के धार्मिक स्थलों और उनके महत्व की तो इस बात से बिल्कुल भी इंकार नहीं किया जा सकता कि पांचों पीरन दरगाह लोगों के लिए बड़ा आस्था का केन्द्र है. लोगों की ऐसी मान्यता है कि इस दरगाह पर आने वाले श्रद्धालुओं की सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है और लोग अपनी आस्था को और अधिक गहरा करते हैं. इतना ही नहीं यह दरगाह ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि जिस बाबा के नाम से यह दरगाह बनी है, वहां स्थानीय लोग सरकार कहकर पुकारते थे. गोमती नदी के किनारे है इनका मजार बताया जाता है कि 852 साल पहले बल्ख ( वर्तमान का बल्खिस्तान) से एक व्यक्ति आए थे. जिनका नाम सैय्यद अलाउद्दीन व सैय्यद बल्खी रहमतुल्लाह ताला वलै वसल्लम था. ये गोमती नदी के किनारे बस गए और वहीं से अल्लाह की इबादत में अपने जीवन को कुर्बान कर दिया. अंत में जब शहादत की प्राप्ति हुई तो इनकी देह को गोमती नदी के किनारे दफन कर दिया गया और वहीं मजार बना दी गई.  जिसपर लोग आज चादर आदि चढ़ाकर आस्था और भक्ति प्रकट करते हैं. इस वजह है पांचों पीरन पड़ा नाम दरअसल, सैय्यद अलाउद्दीन व सैय्यद बल्खी रहमतुल्लाह ताला वलै वसल्लम बल्ख से सिर्फ अकेले नहीं आए थे बल्कि इनके साथ  4 अन्य भाई भी आए थे. इस प्रकार ये पांच भाई थे और इन्हीं 5 भाइयों की वजह से ही इस दरगाह का नाम पांचों पीरन पड़ा. स्थानीय लोग बताते हैं कि इनके साथ कुल 20,786 लोग आए थे, जिनका वंशानुक्रम आज भी पांचों पीरन में मौजूद है. नागपंचमी को जुटती है लाखों की भीड़ यूं तो प्रत्येक दिन सैकड़ों की संख्या में लोग दर्शन करने आते हैं, लेकिन सनातन धर्म में सावन मास की नागपंचमी को यहां लाखों की संख्या में लोग आते हैं क्योंकि इसी दिन यहां पर उर्स मनाया जाता है. इसको लेकर स्थानीय प्रशासन को भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है. Tags: Dharma Aastha, Local18, Sultanpur news, UP newsFIRST PUBLISHED : September 1, 2024, 14:23 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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