ऑटो ड्राइवर के बेटे ने पास की JEE परीक्षा IIT में लिया एडमिशन
ऑटो ड्राइवर के बेटे ने पास की JEE परीक्षा IIT में लिया एडमिशन
JEE Success Story: मन में कुछ करने का ईरादा हो, तो संसाधन मायने नहीं रखते प्रतिभाएं अपना मुकाम खुद ब खुद बना लेती है. ऐसी ही मिसाल पेश की है एक ऑटो ड्राइवर के बेटे ने. ये कहानी है ऑटो चलाने वाले एन चंद्रबोस के बेटे पार्थसारथी की.
JEE Success Story: पार्थसारथी जेईई की परीक्षा पास कर उन तमाम स्टूडेंटस के लिए मिसाल बन गए हैं जो संसाधन न होने का रोना रोते रहते हैं. पार्थसारथी ने पढ़ाई के आगे कभी गरीबी और पैसों की कमी को आगे नहीं आने दिया और वह मन लगाकर पढ़ाई करते रहे आखिरकार उन्हें जेईई में सफलता मिल ही गई. 17 वर्षीय पार्थसारथी ने जेईई मेंस में 112 अंक पाए. पॉर्थसारथी अब आईआईटी मद्रास से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में बीटेक करेंगे.
पिता ने छोड़ दी थी पढ़ाई
पार्थसारथी के पिता जहां ऑटो चलाते हैं. पॉर्थसारथी का परिवार तमिलनाडु के राजापालयम स्थित गणपति सुंदर नचियारपुरम गांव का रहने वाला है. परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के बाद भी पार्थ ने कभी हार नहीं मानी. पॉर्थसारथी के पिता एन चंद्रबोस ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में बताया कि उनकी स्कूलिंग आदि द्रविड वेलफेयर हायर सेकेंडरी स्कूल सुन्दरराजापुरम से हुई. वह खुद दसवीं क्लास में टॉपर थे, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण उन्हें पढ़ाई छोड़नी पड़ी और वह ऑटो ड्राइवर बन गए, लेकिन उन्होंने यह तय किया कि वह अपने बच्चों की पढ़ाई में गरीबी को बाधा नहीं बनने देंगे.
लोगों के मुंह से सुना करता था IIT का नाम
एन चंद्रबोस कहते हैं कि मैं जब ऑटो लेकर चलता था. तमाम सवारियों के मुंह से आईआईटी के बारे बातें करते सुनता था, जिसके बाद उन्होंने 11वीं क्लास में ही पार्थसारथी को जेईई देने की सलाह दी, लेकिन उस समय वह क्लास की पढ़ाई में व्यस्त था. चंद्रबोस कहते हैं कि पार्थसारथी ने कभी कोई प्राइवेट कोचिंग नहीं की. जब उसने जेईई मेंस में सफलता पाई, तो उसे सरकारी कोचिंग में दो महीने की कोचिंग के लिए सेलेक्ट किया गया. पॉर्थसारथी कहते हैं कि “मैं पहली बार चेन्नई आया तो बहुत परेशान था, लेकिन शिक्षकों ने मुझे बहुत सहयोग दिया.”
Tags: Iit, IIT Bombay, IIT Madras, Success StoryFIRST PUBLISHED : July 10, 2024, 20:15 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed